एoआरoपीo चयन प्रक्रिया पर शिक्षकों ने उठाया सवाल, बेसिक शिक्षा अधिकारी ने सवाल उठाने वालों को साक्ष्य सहित किया तलब मचा हड़कंप
शिक्षकों ने एoआरoपीo के योग्यता काबिलियत पर भी उठाए सवाल अमर्यादित भाषा सोशल मीडिया पर वायरल
जन एक्सप्रेस/संतोष कुमार दीक्षित
जौनपुर। परिषदीय विद्यालयों में सरकार द्वारा निपुण भारत मिशन के तहत विद्यालयों की शैक्षिक व्यवस्था सुधारने के लिए विकास खंड सुईथाकला में पांच शिक्षकों का चयन मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता वाली कमेटी द्वारा लिखित परीक्षा के माध्यम से किया गया। और उक्त पांचों शिक्षकों को अपने पूर्व विद्यालयों से कार्य मुक्त कर जिले पर ज्वाइन करा दिया गया, और निपुण भारत मिशन जैसे महत्वपूर्ण विषय को गति देने में उक्त पांचों शिक्षक लग गए। परंतु विकास खंड में तैनात शिक्षकों का एक गुट चयनित ए0आर0पी0 के पद एवं योग्यता पर सोशल मीडिया पर सवाल उठाकर पूरी चयन प्रक्रिया की को ही चुनौती दे डाली।
मामला इतना गहराया कि ब्लाक में तैनात एoआरoपीo का समूह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से मिलकर प्रार्थना पत्र दिया और मांग किया कि सोशल मीडिया में इस तरीके बेतुके सवाल उठाकर एवं अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल कर विभागीय नियमावली के विरुद्ध कुछ शिक्षकों द्वारा कार्य किया गया है। उक्त अध्यापकों के विरुद्ध कार्रवाई की मांग किया।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डाoगोरखनाथ पटेल ने उक्त मामले को गम्भीरता से लिया और सवाल उठाने वाले रंणजय सिंह प्रधानाध्यापक प्राथमिक विद्यालय मायरी सुईथाकला ,व हरसू प्रसाद मिश्रा प्रधानाध्यापक खेतापुर सुईथाकला को पत्र जारी कर दिनांक 8-09-2024 दिन शुक्रवार को साक्ष्य सहित लिखित अभीकथन के साथ स्वंग प्रस्तुत होने का निर्देश जारी किया।
पत्र जारी होते ही शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया। और बृहस्पतिवार दोनों गुटों में घंटों पंचायत चली लेकिन कोई हल नहीं निकाला अब देखना है कि सवाल उठाने वाले शिक्षक शुक्रवार को अपने बचाव में बेसिक शिक्षा अधिकारी के समक्ष क्या साक्ष्य देते हैं बहरहाल मामला चाहे जो भी हो लेकिन जिन अध्यापकों को बच्चों की शिक्षा को आगे बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है वह स्वयं आपस की लड़ाई लड़कर अपने दायित्व के प्रति वफादार नहीं रह गए हैं।