चुनावी सभाओं को संबोधित कर चुके हैं तेजस्वी, राहुल-प्रियंका की दिख रही दूरी
लोकसभा चुनाव के सियासी दंगल में नेता जबरदस्त तरीके से प्रचार करते दिखाई दे रहे हैं। बिहार में लोकसभा की 40 सीटें हैं। यहां राजद के नेतृत्व में महागठबंधन मिलकर चुनाव लड़ रहा है। राजद के अलावा इससे गठबंधन में कांग्रेस, वामदल और वीआईपी पार्टी शामिल है। बिहार के 40 लोकसभा सीटों पर चुनाव जीतने के लिए राजद की ओर से पूरा दम लगाया जा रहा है। बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद के प्रमुख नेता तेजस्वी यादव जबरदस्त तरीके से बिहार में प्रचार कर रहे हैं। बिहार में दो चरणों के चुनाव में 9 सीटों पर वोट डाले जा चुके हैं। बताया जा रहा है कि तेजस्वी यादव अपने दम पर 80 से ज्यादा स्वभाव को संबोधित कर चुके हैं। लेकिन उनके मंच पर कांग्रेस नेताओं की मौजूदगी नहीं रह रही है जिससे चर्चाओं का दौर जारी है।
बिहार से कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की दूरी साफ तौर पर देखने को मिल रही है। राहुल गांधी बिहार में चुनावी तारीखों का ऐलान के बाद भागलपुर में प्रचार के लिए पहुंचे थे। इसके अलावा ज्यादातर बड़े नेताओं की दूरी दिखाई दे रही है। तेजस्वी यादव के मंच पर भी पार्टी के बड़े नेता मौजूद नहीं है। हालांकि दोनों दलों की ओर से दावा किया जा रहा है कि स्थानीय स्तर पर राजद और कांग्रेस के नेता एक साथ लोगों को साधने की कोशिश कर रहे हैं। लेकिन जो दिख रहा है उसे साफ तौर पर पता चल रहा है कि तेजस्वी यादव के साथ प्रचार में एकमात्र विकासशील इंसान पार्टी के नेता मुकेश सहनी ही सक्रिय रूप से दिखाई दे रहे हैं।
बिहार में कांग्रेस 9 सीटों पर चुनाव लड़ रही है। जिन सीटों पर चुनाव हो चुके हैं, उनमें भागलपुर, किशनगंज और कटिहार में कांग्रेस उम्मीदवार मैदान में थे। बावजूद इसके राहुल या फिर प्रियंका गांधी प्रचार में उतने सक्रिय नहीं दिखे। दूसरी ओर एनडीए की तरफ से पूरी ताकत लगाई जा रही है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पांच जनसभाओं को अब तक संबोधित कर चुके हैं। इसके अलावा गृह मंत्री अमित शाह, जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की लगातार बिहार में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे हैं। कांग्रेस का दावा है कि पार्टी के बड़े नेता देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रचार के लिए जा रहे हैं।