जन एक्सप्रेस/ मुस्कान चौबे/ लखनऊ : वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण 1 फरवरी , 2025 की सुबह 11 बजे संसद में लगातार आठवीं बार केंद्रिय बजट पेश करेंगी। ऐसे में पूरे देश के कारोबारियों और आम जनता की नजरें टिकी हुई हैं की क्या खास होगा इस बार के बजट मे, कौन-कौन से सेक्टर्स को मिलेगा बूस्ट और 2024 के बजट से कितना अलग होगा यह बजट। आइए जानते हैं हम आज की इस रिर्पोट में। पिछले साल, यानी 2024 में जो बजट निर्मला सीतारमण ने पेश किया था वो 47.6 लाख करोड़ रुपये का था। इस बार अनुमान लगाया जा रहा है कि यह बजट 50 लाख करोड़ रुपये के आसपास हो सकता है। खासतौर पर, पूंजीगत व्यय, यानी इंफ्रास्ट्रक्चर और विकास परियोजनाओं पर खर्च, इस बजट की प्राथमिकता रहेगा।”
क्या होंगी 2025 की नई नितियां , कौन-कौन से सेक्टर्स होंगे प्राथमिकता में?
आयकर छूट सीमा में वृद्धि देखने को मिल सकती है। मध्यम वर्ग के लिए यह एक बड़ी राहत हो सकती है। आयकर छूट सीमा को बढ़ाकर 7 लाख रुपये तक किया जा सकता है।
इलेक्ट्रिक वाहन (EV)सेक्टर को बूस्ट देने के लिए जीएसटी दर 18% से घटाकर 5% कर सकती है। बता दें की पिछले कुछ सालों में ऑटो कंपनियां ने इलेक्ट्रिक वाहनो पर ज्यादा फोकस किया है ऐसे में इस बजट से उन कंपनियों को राहत मिल सकती है। बताया जा रहा है कि सड़क, रेल, और एयरपोर्ट परियोजनाओं के लिए बड़े वितरण की भी संभावना हो सकती है। साथ ही कोविड-19 के अनुभव को देखते हुए स्वास्थ्य सेवाओं पर विशेष ध्यान दिया जाएगा इसके अलावा डिजिटल शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट के लिए फंड बढ़ाए जा सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ग्रीन एनर्जी से जुड़े स्टार्टअप्स को भी कर में छूट मिल सकती है।
2024 और 2025 के बजट की तुलना
अब अगर हम 2024 और 2025 के बजट की तुलना करें, तो कुछ अहम बदलाव देखने को मिल सकते हैं। 2024 में रक्षा बजट 6.22 लाख करोड़ रुपये का था जबकि पिछले वर्ष 2024-25 के लिए पेश किए गए बजट में सरकार ने रक्षा क्षेत्र के लिए ₹6,21,940.85करोड़ (लगभग $75 बिलियन) का आवंटन किया था। पिछले साल के मुकाबले यह 4.79% ज्यादा था । इस वर्ष उम्मीद की जा रही है कि पूंजीगत व्यय में 15% की वृद्धि हो सकती है, और यह 11.5 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है। इसके अलावा उत्पादकता बढ़ाने और किसानों द्वारा खेती के लिए 32 खेत और बागवानी फसलों की 109 नई उच्च उपज वाली नितियां जारी की जाएगीं।