गोरखपुर

सरकार की अनुदान वाली ऋण योजनाओं से खुले स्वरोजगार के द्वार

गोरखपुर। सरकारी नौकरियों और निजी क्षेत्र में सेवायोजन के साथ सरकार स्वरोजगार को प्रोत्साहित कर आत्मनिर्भरता का मार्ग प्रशस्त करने में जुटी है। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए गोरखपुर मंडल में अनुदान वाली प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना और ओडीओपी वित्तपोषण सहायता योजना के तहत वर्तमान वित्तीय वर्ष के चार माह में 06 करोड़ 37 लाख 36 हजार रुपये की धनराशि वितरित कर चुकी है।

स्वरोजगार ऐसा क्षेत्र है, जो कारोबार या उद्यम शुरू करने वाले युवा के साथ कई और लोगों को रोजगार से संबद्ध करता है। हुनरमंद युवाओं और किसी पारंपरिक शिल्प-उद्यम से जुड़े लोगों के लिए तो इसमें असीम संभावनाएं हैं। इन संभावनाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार प्रधानमंत्री रोजगार सृजन, मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार एवं ओडीओपी वित्तपोषण सहायता जैसी कई ऋण योजनाएं चला रही है, जिसमें खासा अनुदान भी प्राप्त होता है।

गोरखपुर मंडल में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2023-24 में चार माह में (अप्रैल से जुलाई तक) बैंकों द्वारा 256 आवेदकों को ऋण स्वीकृत किया गया। इनमें से 129 आवेदकों को 04 करोड़ 84 लाख 55 हजार रुपये की ऋण धनराशि वितरित कर दी गई है। प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना में उद्योग क्षेत्र में अधिकतम 50 लाख तथा सेवा क्षेत्र में 20 लाख रुपये तक का अनुदान आधारित ऋण लिया जा सकता है, जबकि मंडल में इसी अवधि में मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के तहत बैंकों ने 94 आवेदकों का ऋण स्वीकृत कर 40 आवेदकों को 01 करोड़ 07 लाख 88 हजार रुपये की धनराशि वितरित की है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना में योगी सरकार 18 से 40 वर्ष तक के युवाओं को औद्योगिक क्षेत्र में उद्यम लगाने के लिए अधिकतम 25 लाख तक तथा सेवा क्षेत्र के लिए अधिकतम 10 लाख रुपये का ऋण देती है। इसमें ऋण धनराशि का 25 प्रतिशत मार्जिन मनी के रूप में सरकार देती है। एक जिला, एक उत्पाद योजना में चयनित टेराकोटा व रेडीमेड गारमेंट सेक्टर में भी अनुदान वाली ऋण योजना कारोबार और रोजगार का विस्तार कर रही है।

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