चारधाम यात्रा : वाहनों में जीपीएस लगाने का समय 31 मई तक बढ़ा
देहरादून । चारधाम यात्रा पर जाने वाले सभी व्यावसायिक वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (जीपीएस) लगाने की समय को बढ़ा दिया गया है। अब इसके लिए 31 मई तक वाहन स्वामियों को समय मिल गया है। इसके साथ ही उत्तराखंड रोडवेज की बसों में दुर्घटना पर 07 लाख रुपये की मुआवजा राशि तत्काल दी जाएगी।
विधानसभा में परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने पत्रकार वार्ता में दी। इस दौरान परिवहन मंत्री ने बताया कि परिवहन कंपनियों के साथ बैठक में स्पष्ट किया है कि यात्रियों के साथ ही वाहन की सुरक्षा के लिए जेपीएस लगाना बेहद जरूरी है। ऐसे में जीपीएस लगे वाहनों का ही ग्रीन कार्ड बनेगा। उन्होंने कहा कि आगामी 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा शुरू होने वाली है, लेकिन अभी तक मात्र 200 वाहनों का ही ग्रीन कार्ड ही बना हैं। पिछले साल यात्रा के दौरान करीब 20 हजार ग्रीन कार्ड बने थे, लेकिन वाहन स्वामियों के आग्रह पर जीपीएस लगाने की समय को 31 मई तक बढ़ा दिया गया है। वाहन स्वामियों का कहना था कि एक माह में आर्थिकी सही हो जाएगी। इसके बावजूद जीपीएस नहीं लगे वाहनों को ट्रिप कार्ड निरस्त कर दिया जाएगा।
ग्रीन कार्ड 06 महीने के लिए बनता है। ग्रीन कार्ड वाहनों का फिटनेस होता है। प्रदेश में 2019 के बाद सभी वाहनों में कंपनियां जीपीएस लगाकर दे रही हैं। 2019 से पूर्व के वाहनों में वाहन स्वामियों को इसे लगाना है।
मंत्री ने कहा कि मुआवजा राशि को लेकर दिक्कतें आ रही थी, लेकिन अब बिना मजिस्ट्रेटी जांच के तत्काल मुआवजा राशि दी जाएगी। यह राशि निगम की ओर से 05 लाख और परिवहन विभाग से 02 लाख सहित कुल मृतक परिजनों को 07 लाख की मुआवजा राशि तत्काल दी जाएगी। मसूरी बस दुर्घटना में दो मृतक परिजनों को मुआवजा राशि देने के निर्देश दे दिये गये हैं। मंत्री ने बताया कि यात्रा के दौरान यात्री के टिकट लेते ही उनका यात्रा का इंश्योरेंस हो जाता है।