उद्वव ठाकरे के मुखपत्र सामना में कहा गया- पुतिन हो या मोदी, बगावत का सामना करना ही…
द्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के मुखपत्र सामना ने एक नए संपादकीय में विपक्ष और सत्तारूढ़ भाजपा और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ वैगनर समूह के विद्रोह के बीच एक समानता दिखाई। वैसे ये तुलना अपने आप में थोड़ी अजीब थी क्योंकि वैगनर एक भाड़े का समूह है जिसमें रूस की जेलों से भर्ती किए गए अपराधी शामिल हैं।
सामना के संपादकीय में वैगनर समूह की तुलना भारत में विपक्षी दलों से करते हुए उसे लोकतंत्र का रक्षक कहा गया। इसमें कहा गया है कि जैसे ही वैगनर प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने पुतिन के खिलाफ विद्रोह किया, विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देने के लिए पटना में एक साथ आया।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में लिखा कि मोदी-शाह ने मतदाताओं पर दबाव बनाने के लिए जीत का ढोल पीटने के लिए बड़ी संख्या में भाड़े के सैनिकों को तैयार किया है। इसके बाद कहा गया कि इसका प्रत्यक्ष उदाहरण फिलहाल रूस में दिख रहा है। इसमें कहा गया कि पुतिन की तरह, मोदी-शाह भी तानाशाही, पूर्ण अधिनायकवाद लाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी यात्रा के बारे में बोलते हुए संपादकीय में कहा गया कि मोदी ने अनुचित अंग्रेजी में बात करके अपना मजाक बनाया है।