गौशाला में अधूरे रिकार्ड व जानवरों की टैगिंग न होने पर मंडलायुक्त नाराज
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। शहर के नगर निगम से संबद्ध पनकी स्थित गौशाला के निरीक्षण में अधूरे रिकार्ड व जानवरों की टैगिग न होने पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जतायी। अफसरों और कर्मचारियों को फटकार लगाई जानवरों की मौत का रिकार्ड अधूरा मिला। इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दी है।
मंडलायुक्त डॉ. राजशेखर नगर निगम के अफसरों के साथ गौशाला पहुंचे। अफसरों ने बताया, 2580 गोवंश संरक्षित हैं। इनको देखने के लिए 51 कर्मचारी तैनात किए गए हैं। मंडलायुक्त ने देखा कि गाय, बैल, बछड़ों व रोगग्रस्त पशुओं के लिए अलग अलग शेड नहीं बनाए गए हैं। ऐसे में गोवंश को अलग रखना, गिनना, इलाज करना कठिन हो जाता है। उन्होंने उपचार रजिस्टर की जाच की।
उन्होंने सभी गोवंश की टैगिग करने के आदेश दिए। अफसरों ने बताया कि 2480 गोवंशों को टैग किया गया है और बाकी को चार दिन में टैग किया जाएगा। मंडलायुक्त ने डेथ ऑडिट और पीएम रजिस्टर भी चेक किया। 15 मार्च 2020 तक रजिस्टर अपडेट किया गया था। उसके बाद केवल 16 और 17 जनवरी 2021 की प्रविष्टियां मिलीं। मौत भी अस्पष्ट थी। इससे नाराज मंडलायुक्त ने जांच के लिए अपर आयुक्त (प्रशासन), संयुक्त विकास आयुक्त और एडीएम नागरिक आपूर्ति की तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर दी।