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बड़ा सवाल: सीएम सिटी की पुलिस चौकी में जाम लड़ाता बाहुबली कौन 

आखिर बाहुबली के समक्ष क्यों बेबस है चौकी में बैठा सिपाही

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जन एक्सप्रेस/संजय मिश्रा
गोरखपुर। सीएम सिटी के गीडा थाना क्षेत्रांतर्गत नौशढ़ पुलिस चौकी की एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसने सिर्फ सीएम सीटी ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश में सनसनी फैला दी है। सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही तस्वीर में एक बाहुबली शख्स को पुलिस चौकी के भीतर सिपाही की बगल में कुर्सी पर बैठकर बियर पीते हुए देखा जा सकता है। वायरल तस्वीर की इस घटना ने उत्तर पुलिस प्रशासन की कार्यप्रणाली और अनुशासनहीनता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

वायरल तस्वीर पर बोले गीडा चौकी इंचार्ज

वायरल तस्वीर में देखा जा सकता है कि बाहुबली शख्स बियर की बोतल हाथ में लिए आराम से चौकी में बैठा है, जबकि बगल में बैठा सिपाही बेबस नजर आ रहा है। इस वायरल तस्वीर के संबंध चौकी इंचार्ज अरुण कुमार सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि “मेरे गैरमौजूदगी में यह घटना हुई है और मैंने उच्च अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी है। यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है और हम इसकी गंभीरता से जांच करेंगे।”

चौक चौराहों पर जो उठ रहे सवाल

1. बाहुबली की हो पहचान: यह शख्स कौन है जो सीएम योगी सख्त प्रशासनिक व्यवस्था को धता करते पुलिस चौकी में इस तरह की कृत्य करने की जूर्रत कर रहा है।
2. क्या पुलिसकर्मियों की थी विवशता: बाहुबली के इस कृत्य पर चौकी में मौजूद पुलिसकर्मी इस घटना को रोकने में क्यों रहे असफल,  पुलिसकर्मी बाहुबली के समक्ष क्यों थे विवश?
3. पुलिस उच्च अधिकारियों का क्या होगा रुख- उत्तर प्रदेश सरकार अपराध और अपराधी मुक्त प्रदेश के दावे को शर्मशार करती इस घटना पर वरिष्ठ अधिकारियों का क्या रुख होगा और क्या कार्रवाई की जाएगी ये तो वक्त ही बताएगा।
4. घटना से स्थानीय लोगों में है भारी आक्रोश: सोशल मीडिया पर लोग पुलिस प्रशासन की कड़ी निंदा कर रहे हैं और तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। एक स्थानीय निवासी ने कहा, “पुलिस चौकी पर जहां कानून का पालन सख्ती से होना चाहिए, वहां इस तरह की घटनाएं बेहद शर्मनाक हैं।”
इस मामले में उच्च अधिकारियों ने तुरंत संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा है कि “यह एक गंभीर मामला है और हम इसकी पूरी जांच करेंगे। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”

मामले की हो निष्पक्ष जांच, ताकि जनता का पुलिस पर बना रहे विश्वास

गोरखपुर की इस घटना ने पुलिस प्रशासन की छवि को धूमिल कर दिया है। यह जरूरी है कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित जांच हो ताकि दोषियों को सजा मिल सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि कानून का पालन करने वाले नागरिकों का पुलिस पर विश्वास बना रहे और इस तरह की घटनाएं उनके विश्वास को कमजोर न करें।

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