केशव मौर्य को अखिलेश का ऑफर, ‘100 MLA लाएं और सीएम बनें
2024 चुनाव को लेकर देश की सियासत लगातार गर्म होती दिखाई दे रही है। इन सबके बीच उत्तर प्रदेश की राजनीति में भी वार-पलटवार का दौर देखने को मिल रहा है। लगातार एक दूसरे पर हमलावर रहने वाले उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और उपमुख्यमंत्री तथा भाजपा नेता केशव प्रसाद मौर्य एक बार फिर से आमने-सामने हैं। दरअसल, आज अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को एक ऑफर दिया। केशव मौर्य को अखिलेश ने ऑफर देते हुए कहा कि 100 विधायकों के साथ आप समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाएं, इसके बाद उन्हें मुख्यमंत्री बना दिया जाएगा। लेकिन अखिलेश की इस ऑफर पर केशव प्रसाद मौर्य ने पलटवार किया है। अखिलेश को जवाब देते हुए केशव प्रसाद मौर्य ने साफ तौर पर कहा कि जिस तरह से पानी से निकलने के बाद मछली तड़पती है, उसी तरह अखिलेश यादव सत्ता के बिना तड़प रहे हैं।
केशव मौर्य ने इस बात को भी दोहराया कि समाजवादी पार्टी अब समाप्तवादी पार्टी हो गई है। उन्होंने दावा किया कि अखिलेश यादव के 100 विधायक खुद ही भाजपा में शामिल होने को तैयार हैं। केशव मौर्य ने अपने वक्तव्य में यह भी कहा कि हमें किसी के विधायक को तोड़ने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि प्रवेश की जनता ने हमें पूर्ण बहुमत दिया है और हम सरकार चला रहे हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने दावा किया कि अखिलेश यादव इस तरह का बयान देकर सुर्खियों में बने रहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव केशव प्रसाद मौर्य के समर्थक नहीं है, वह भाजपा और पिछड़ों के विरोधी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि अखिलेश नहीं चाहते हैं कि पिछड़े वर्ग का कोई नेता आगे बढ़े और बड़ा बने। भाजपा नेता ने कहा कि अखिलेश यादव केवल फूट डालने और राज करने की नीति में विश्वास करते हैं और इसी सिद्धांत पर वह लगातार काम करना चाहते हैं। उत्तर प्रदेश के दिग्गज भाजपा नेता ने यह भी कहा कि अखिलेश यादव की सत्ता में आने की मंशा अगले 25 वर्षों तक पूरा नहीं होने वाला है।
केशव मौर्य ने कहा कि अखिलेश यादव ने विधानसभा सत्र के दौरान भी मुझसे बेहद निंदनीय में बात की थी। जिस तरह वह बोले थे, वैसी किसी नेता की नहीं होती है। वहीं, अखिलेश के बयान पर उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि केशव प्रसाद मौर्य किसी स्वार्थ में पड़ने वाले नेता नहीं है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव को अपने गठबंधन और परिवार की चिंता करनी चाहिए क्योंकि समाजवादी पार्टी के कई विधायक भाजपा के संपर्क में है।