यूपी के 7 जिलों में सिटी लॉजिस्टिक प्लान: गाजियाबाद में लॉजिस्टिक पार्क और ट्रक हब से बढ़ेगा रोजगार, घटेगा जाम

जन एक्सप्रेस/लखनऊ: यूपी के सात जिलों में सिटी लॉजिस्टिक बनाए जाएंगे। इस प्लान को बनाए जाने के लिए निर्देश दिए गए हैं। जिन सात जिलों में सिटी लॉजिस्टिक प्लान बनने वाला है, उसमें गाजियाबाद जिले का भी नाम शामिल है। शहर में 2 लॉजिस्टिक पार्क, 2 ट्रांसपोर्ट नगर और 3 ट्रक पार्किंग स्थल बनेंगे। जीडीए बैठक में 27 जनवरी को अप्रूवल के लिए प्रस्ताव रखा जाएगा। सिटी लॉजिस्टिक प्लान बनकर तैयार हो गया है। इसके लिए मास्टरप्लान 2031 में लैंड यूज को बदल दिया गया है। इसे अप्रूवल के लिए 27 जनवरी को प्रस्तावित जीडीए बोर्ड बैठक में रखा जाएगा।
सिटी लॉजिस्टिक प्लान तैयार
सिटी लॉजिस्टिक प्लान तैयार होने से शहर के लोगों को जाम से निजात मिलेगी। इससे भारी वाहन शहर के अंदर नहीं आएंगे। छोटे वाहनों के जरिए लॉजिस्टिक पार्क से सामान की सप्लाई की जाएगी। लॉजिस्टिक पार्क के साथ ही वेयरहाउस खुलेंगे। जिससे रोजगार का भी मौका मिलने वाला है।
कहां बनेगा लॉजिस्टिक पार्क?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, 2021 में प्रदेश के सात जिले में सिटी लॉजिस्टिक प्लान बनाए जाने का निर्देश दिया गया था। करीब 45 लाख रुपये खर्च करके एक एजेंसी से गाजियाबाद में सिटी लॉजिस्टक प्लान बनाने का काम दिया गया है। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के किनारे लॉजिस्टिक पार्क बनेंगे। इसके लिए डासना में 40 एकड़ जमीन चिह्नित किया गया है। वहीं, इसके लिए लोनी के फतेहाबाद एरिया में 60 एकड़ जमीन के लैंड यूज बदला गया है। यहां ट्रक पार्क होंगे। इससे ट्रैफिक जाम कम होगा।
गोदाम बनने से मिलेगा रोजगार
बड़ी कंपनियों के गोदाम बनने से रोजगार के मौके बढ़ेंगे। लोनी वाला दिल्ली-देहरादून से लिंक रहेगा। वहीं, डासना वाला दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस और एनएच-9 से कनेक्ट होगा। वैसे तो अक्सर ट्रकों की पार्किंग का कोई इंतजाम नहीं होता है। ऐसे एक्सप्रेसवे और हाइवे के किनारे ड्राइवर ट्रक पार्क करते हैं। अब शहर में तीन ट्रक पार्किंग स्थल बनेंगे। इससे लोगों की समस्या से निजात मिलेगा।
एक जगह पर होंगे ट्रांसपोर्ट कारोबार
ट्रक पार्किंग स्थल टीला मोड़ फर्रुखनगर रोड, मोरटा और भोजपुर में बनाए जाने की प्लानिंग है। इसका मास्टर प्लान 2031 में लैंडयूज चेंज किया गया है। दो जगह पर सिटी लॉजिस्टिक प्लान के तहत ट्रांसपोर्ट नगर बसाया जाने वाला है। इसे बसाने की प्लानिंग आरआरटीएस कॉरिडोर के पास है। दो जगह का लैंडयूज चेंज किया गया है। ट्रांसपोर्ट नगर बनने से पार्किंग, लोडिंग, अनलोडिंग और वाहनों की रिपेयरिंग से जुड़े ट्रांसपोर्ट कारोबार एक जगह पर होंगे।