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गायों के हिस्से का चारा, चोकर, भूसा भ्रष्ट सरकारी तंत्र के पेट में जा रहा

मामला मोहनलालगंज क्षेत्र की ग्राम पंचायत खुजौली का है, जहां के गो आश्रय केंद्र में पहुंचने वाले हरा चारा, चूनी, चोकर व भूसे की 80 हजार रुपये की कमीशनबाजी को लेकर प्रधान, सचिव व आपूर्तिकर्ता में फोन पर ही बहस हो गई

 एक पक्ष ने पूरी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया
 

मोहनलालगंज के बीडीओ आशुतोष के अनुसार वायरल ऑडियो सुनने के बाद सचिव से स्पष्टीकरण तलब किया गया है

 

जन एक्सप्रेस
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में गायों के हिस्से का चारा, चोकर, भूसा भ्रष्ट सरकारी तंत्र के पेट में जा रहा है। मामले का खुलासा प्रधान, सचिव व आपूर्तिकर्ता की बहस के एक वायरल ऑडियो के जरिए हुआ है। जन एक्सप्रेस वायरल वीडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता। लेकिन अगर तथ्य सही हैं तो मामला बहुत गंभीर है। इस संबंध में मोहनलालगंज के बीडीओ आशुतोष के अनुसार वायरल ऑडियो सुनने के बाद सचिव से स्पष्टीकरण तलब किया गया है। मामले में सचिव के खिलाफ विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

मामला मोहनलालगंज क्षेत्र की ग्राम पंचायत खुजौली का है, जहां के गो आश्रय केंद्र में पहुंचने वाले हरा चारा, चूनी, चोकर व भूसे की 80 हजार रुपये की कमीशनबाजी को लेकर प्रधान, सचिव व आपूर्तिकर्ता में फोन पर ही बहस हो गई। इसके बाद एक पक्ष ने पूरी बातचीत का ऑडियो सोशल मीडिया पर प्रसारित कर दिया।

हर महीने एक से डेढ़ लाख रुपये के फर्जी बिल लगाकर रकम का बंटवारा किया जा रहा

सूत्रों के अनुसार अगर जांच हो तो इलाके में बड़े चारा घोटाले का खुलासा हो सकता है। ग्राम पंचायत, ब्लॉक से लेकर जिले पर बैठे लोग बेनकाब हो सकते हैं। गो आश्रय केंद्रो तक चूनी चोकर पहुंचता ही नहीं। लेकिन हर महीने एक से डेढ़ लाख रुपये के फर्जी बिल लगाकर रकम का बंटवारा किया जा रहा है।

एक गाड़ी चारा 30 हजार का होता है, लेकिन 40 हजार देने की बात कही!

ऑडियो में कथित तौर पर सचिव चारा आपूर्ति करने वाले एक व्यक्ति को सजातीय होने का हवाला देते हुए चूनी, चोकर, हरे व सूखे चारे की आपूर्ति में बने 80 हजार रुपये की मांग कर रहे हैं। इसमें कहा, ठेका दिलाया लेकिन फिर भी कमीशन फंसा दिया। इसके बाद चारा आपूर्ति करने वाले व्यक्ति ने कथित प्रधान को फोन मिलाकर कमीशन फंसाने का आरोप लगाया। कथित ग्राम प्रधान ने कहा, एक गाड़ी चारा 30 हजार का होता है, लेकिन 40 हजार देने की बात कही।

चारा आपूर्ति करने वाले इबरार से हमने कमीशन नहीं मांगा’

खुजौली के ग्राम पंचायत सचिव अकरम अंसारी के अनुसार चारा आपूर्ति करने वाले इबरार से कमीशन नहीं मांगा। पूर्व प्रधान ने इबरार को परेशान किया था। इसलिए अपने कार्यकाल में काम दिला दिया था।

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