निदेशक डॉ. रेड्डी ने किया केंद्रीय तंबाकू अनुसंधान संस्थान का निरीक्षण
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के अधीन संचालित तंबाकू शोध केंद्र, अरौल का केंद्रीय तंबाकू अनुसंधान संस्थान का निरीक्षण शनिवार को राजामुंदरी (आंध्र प्रदेश) के निदेशक डॉ. डी. दामोदर रेड्डी ने किया। उन्होंने कहा कि आलू और तंबाकू की सहफसली परीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह जानना है कि आलू की फसल में अगेती और पछेती झुलसा रोग के नियंत्रण पर कितना प्रभाव पड़ता है तथा तंबाकू की पत्तियों की गुणवत्ता तथा आलू के कुल उत्पादन पर पडऩे वाले प्रभाव का मूल्यांकन भी करना है। इन परीक्षणों के सकारात्मक परिणाम आने पर यह किसानों के लिए मील का पत्थर साबित होगी। क्योंकि इस परीक्षण से फसल उत्पादन और उत्पादकता में वृद्धि के साथ किसानों की आय में बढ़ोत्तरी होगी।
केंद्र के प्रभारी डॉ. अरविंद श्रीवास्तव ने बताया कि तंबाकू की खेती मुख्यत: कन्नौज, कानपुर, फर्रुखाबाद, एटा, बहराइच, गोंडा आदि जनपदों में की जाती है। इस अवसर पर निदेशक और केंद्र के प्रभारी ने केंद्र के परिसर में चंदन के पौधे का रोपण भी किया गया।