चित्रकूट
प्रशासन की लापरवाही से मंदाकिनी में डूबकर आएदिन श्रद्धालुओं की हो रही मौतें
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गंगा दशहरा मे परिवार सहित स्नान करने आए युवक की नदी में डूबकर मौत
जन एक्सप्रेस संवाददाता |चित्रकूट
गंगा दशहरा के अवसर पर परिवार को लेकर चित्रकूट की मंदाकिनी नदी में स्नान करवाने आए युवक की नदी में डूबकर मौत हो गई। भारत बाबू पिता बाबूलाल प्रजापति उम्र 24 वर्ष निवासी ग्राम बेलगाम,थाना बिसंडा,जिला – बांदा यूपी अपने परिवार को लेकर स्वयं के वाहन से गंगा दशहरा के अवसर पर चित्रकूट की मंदाकिनी नदी में स्नान करवाने लाया था। स्नान करते समय नदी के रामघाट और राघव प्रयाग घाट के बीच में भारत बाबू द्वारा तैरकर नदी को पार करने का प्रयास किया जा रहा था। तभी अचानक सांस फूल जाने या अन्य किसी कारण के चलते भारत बाबू नदी में डूब गया। जिसके कारण साथ आए पारिवारिक जनों मे चीख पुकार मच गई। नदी के घाट पर रहने वाले नाविकों द्वारा चीख पुकार सुनकर नदी में कूदकर भारत बाबू को नदी से बाहर निकाला गया,लेकिन तब तक भारत बाबू की मौत हो चुकी थी। बावजूद इसके आनन फानन में एंबुलेंस से जानकी कुण्ड चिकित्सालय पहुंचाया गया।जहां डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया। सूचना के बाद पहुंची चित्रकूट थाना पुलिस पंचनामा कारवाई कर शव का पोस्ट मार्टम करवाया जाकर परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
अमावस्या को छोड़ एसडीआरएफ की टीम रहती गायब
प्रशासन की लापरवाही के चलते श्रद्धालुओं की मंदाकिनी नदी में डूबकर अक्सर मौतें हो जाती हैं। घाट में श्रद्धालुओं के सुरक्षा को लेकर यूपी -एमी प्रशासन द्वारा कोई इंतजाम नहीं किए गए हैं। यहां तक कि घाट में चैन भी नहीं लगाई गई। जिससे लोग सीधे गहरे पानी में पहुंच जाते हैं। सतना के जिला होमगार्ड के जवानों सहित एसडीआरएफ की दस सदस्यीय बचाव टीम चित्रकूट के मंदाकिनी नदी के घाट पर 24 घंटे के लिए तैनात की गई है। इसके बावजूद ऐसी दुर्घटनाएं होना बड़ी उदासीनता है। दरअसल होमगार्ड के एसडीआरएफ की टीम में तैनात जवान केवल अमावस्या के दिन ही ड्यूटी में उपस्थित होते हैं। महीने के शेष दिनों में होमगार्ड के जवान अपने जिला कार्यालय में ही जमे रहते हैं। जबकि जिला होमगार्ड कमांडेंट द्वारा चित्रकूट में मंदाकिनी घाट पर नियमित रूप से एसडीआरएफ और होमगार्ड के जवानों का दस्ता मोटर वोट सहित संशाधनो युक्त तैनात किया गया है। लगातार मौतें श्रद्धालुओं की मौतों के बाद भी प्रशासन खामोश है।