कानपुर सेंट्रल में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन में मिले 1.40 करोड़ रुपए से भरे बैग को लेकर जूझ रही जीआरपी
आयकर के बाद आरबीआई ने भी कैश लेने से किया मना
जन एक्सप्रेस/विनीत सिन्हा
कानपुर नगर। बीते सोमवार को दिल्ली से जयनगर जा रही स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस ट्रेन के पेंट्रीकार में लाल शूट केस में 1.40 करोड़ रुपयों से भरा बैग मिला था जिसको लेकर जीआरपी जूझ रही है। पहले आयकर विभाग की टीम ने बैग लेने से मना कर दिया और अब आरबीआई प्रबंधन ने भी मना कर दिया। अब जीआरपी बैंक या कोषागार में इस धन को जमा करायेगी। अब तक चार दिनों में सिर्फ पेंट्रीकार मैनेजर रंजन को थाने में बुलाकर बयान दर्ज किया गया है। उसने बताया कि टीटीई की ड्रेस में एक हेल्पर के साथ आये व्यक्ति ने यह बैग रेलवे अधिकारी के नाम पेंट्रीकार में रखवाया था। ये कहा था कि रेलवे अधिकारी का बैग है, कानपुर सेंट्रल में उतार लिया जाएगा। चार दिन बीतने के बाद भी अब तक न तो नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से ट्रेन के चलने के वक्त पेंट्रीकार में बैग चढ़ाने वाले के सीसीटीवी फुटेज आ सके और न ही कानपुर सेंट्रल पर सोमवार की देर रात ट्रेन के आने से पहले और बाद तक आने वाली कॉल की डिटेल आई है। अब तक पूछताछ के बाद पेंट्रीकार मैनेजर रंजन को वापस बिहार भेज दिया गया। ट्रेन से कुरियर का पार्सल कानपुर-दिल्ली लाने ले जाने वाले कंपनी के प्रतिनिधियों से भी जीआरपी ने पूछताछ की है। जीआरपी इंस्पेक्टर राम मोहन राय ने बताया कि आयकर अधिकारी अगर रुपये नहीं लेते हैं तो प्रशासनिक अफसरों से मिलकर आगे की कार्रवाई की जाएगी। जीआरपी बैंक या कोषागार में इन रुपयों को जमा करा दिया जायेगा।