खांसी की दवाई | खांसी की दवा के मामले में कारोबार का मालिक फरार हो गया और कंपनी का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू हो गई।
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नोएडा। उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की कथित रूप से भारतीय निर्मित खांसी की दवाई पीने से हुई मौत के मामले में औषधि विभाग ने नोएडा की एक कंपनी का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू की है। वहीं इस मामले में फरार कंपनी के मालिक की गिरफ्तारी के लिए जिला पुलिस ने उसके ठिकानों पर छापेमारी की है.
सेंट्रल नोएडा के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अमित कुमार ने बताया कि कंपनी के निदेशक सचिन जैन और जया जैन भारत में हैं या विदेश में, इस बारे में अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. उन्होंने बताया कि उनके दिल्ली के पते पर छापेमारी की गई, लेकिन दोनों घर पर नहीं मिले. मामले की जांच की जा रही है.
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जिला गौतमबुद्ध नगर के ड्रग इंस्पेक्टर वैभव बब्बर ने कहा कि कंपनी के मालिकों को विदेश जाने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं. उन्होंने बताया कि कंपनी से लिए गए सैंपल फेल होने के बाद केंद्रीय औषधि विभाग की रिपोर्ट के आधार पर उत्तर प्रदेश औषधि विभाग ने कंपनी का लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. (एजेंसी)