जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र महासभा में चीन-पाकिस्तान की लगाई क्लास
न्यूयॉर्क। पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों को संयुक्त राष्ट्र की आतंकी सूची में शामिल किये जाने के प्रस्तावों को बार-बार बाधित किये जाने के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा है कि आतंकवाद का इस्तेमाल ‘राजनीतिक औजार’ के रूप में नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि बगैर कोई कारण बताये किसी चीज को बाधित करना व्यावहारिक एवं संवेदनशील बर्ताव नहीं है। विदेश मंत्री ने न्यूयॉर्क यात्रा का समापन करते हुए शनिवार को यहां भारतीय संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ‘‘ हमारा मानना है कि अगर किसी प्रक्रिया में कोई पक्ष फैसला करता है तो उसे इस बारे में पारदर्शी होने की जरूरत है। ऐसे में, बिना कारण बताए किसी चीज को बाधित करना व्यावहारिक एवं संवेदनशील बर्ताव नहीं है।’’ वह संयुक्त राष्ट्र की वैश्विक आतंकवादियों की सूची में पाकिस्तान के आतंकवादियों के नाम शामिल करने के प्रस्ताव को बार-बार बाधित किये जाने के बारे में ‘पीटीआई-भाषा’ द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब दे रहे थे। साथ ही, उनसे यह भी सवाल किया गया कि संयुक्त राष्ट्र महासभा की उच्च स्तरीय बैठक के दौरान क्या यह विषय उठा था।