केजरीवाल को नहीं मिलेगा कांग्रेस का साथ!
दिल्ली में ट्रांसफर पोस्टिंग को लेकर केंद्र सरकार द्वारा लाए गए अध्यादेश के खिलाफ अरविंद केजरीवाल लगातार विभिन्न राजनीतिक दलों का समर्थन मांग रहे हैं। हालांकि ऐसा लगता है कि कांग्रेस की ओर से उन्हें समर्थन मिलने की उम्मीद बेहद कम है। दिल्ली कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय माकन ने साफ तौर पर कहा है कि ट्रांसफर पोस्टिंग का अधिकार हमारी नेता शीला दीक्षित ने भी मांगा था। लेकिन उन्हें ना तो अटल बिहारी वाजपेयी ने दिया था और ना ही मनमोहन सिंह ने दिया था। इससे पहले मदन लाल खुराना ने मांगा था। उन्हें भी नहीं दी गई थी। तो फिर यह क्यों मांग रहे हैं। उन्होंने कहा कि इससे पहले किसी भी प्रधानमंत्री ने अपने मुख्यमंत्रियों को यह पावर नहीं दिया तो यह कौन से विलक्षण प्रतिभा वाले हैं कि इन्हें दे दिया जाए।
अजय माकन ने कहा कि वे (आप) अपनी लड़ाई को जनता की लड़ाई कैसे बना सकते हैं? वो कहते हैं शिक्षा में, स्वास्थ्य में बहुत काम किया है… ये जो श्रेय लेते हैं, ये भी दिल्ली में तैनात अफसरों का काम है, ये अंडमान निकोबार द्वीप समूह से अफसर लाए क्या? उन्होंने साफ तौर पर कहा कि उन्हें डर है कि अब वे फंस गए हैं। वे लोगों का ध्यान भटका रहे हैं। वे शराब घोटाले और अन्य घोटालों में फंस गए हैं। केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस से समर्थन मांगने पर कांग्रेस नेता ने कहा कि वे कांग्रेस का समर्थन कैसे मांग रहे हैं? उन्होंने (अरविंद केजरीवाल) भाजपा के समर्थन से राजीव गांधी का भारत रत्न वापस लेने का प्रस्ताव पारित किया। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के अनुच्छेद 370 के मुद्दे पर भाजपा का समर्थन किया। उन्होंने जस्टिस दीपक मिश्रा के महाभियोग के दौरान बीजेपी का समर्थन किया था। एक व्यक्ति जो देश के बारे में नहीं सोचता, खालिस्तानी समर्थकों से बात करता है।पूर्व केंद्रीय मंत्री ने केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का समर्थन करने के खिलाफ प्रशासनिक से लेकर कानूनी तक कारण बताए। हालांकि, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पिछले दिनों केजरीवाल और कांग्रेस आलाकमान दोनों से मुलाकात की थी। तब इसको लेकर राय बनाने की कोशिश हुई थी। दिल्ली में सेवाओं के नियंत्रण पर केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ अपनी लड़ाई के लिए समर्थन जुटाने के लिए एक राष्ट्रव्यापी दौरे के तहत, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार दोपहर कोलकाता में पश्चिम बंगाल की समकक्ष ममता बनर्जी से मुलाकात की। केजरीवाल ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘आज से देश भर में निकल रहा हूं। दिल्ली के लोगों के हक के लिए। उच्चतम न्यायालय ने बरसों बाद आदेश पारित करके दिल्ली के लोगों के साथ न्याय किया, उन्हें उनके हक दिये। केंद्र सरकार ने अध्यादेश लाकर वो सारे हक वापस छीन लिये।