विश्वविद्यालय प्रशासन के द्वारा की जा रही मनमानी व भ्रष्टाचार के खिलाफ आंदोलन
सीएसजेएम परिसर में सैकड़ों कर्मचारी बैठे अनिश्चितकालीन धरने पर
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। शहर का छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय अपने फर्जीवाड़ों व घोटालों के लिए वर्तमान समय में शासन तक चर्चित है! बीते दिन मंगलवार को जन एक्सप्रेस द्वारा विश्वविद्यालय के संबंध में फर्जीवाड़े व घोटालों के संबंध में प्रकाशित की जा रही खबर की सत्यता पर कर्मचारियों के अनिश्चितकालीन धरने ने मुहर भी लगा दी!
मंगलवार को विश्वविद्यालय के जिम्मेदार अधिकारियों पर भ्रष्टाचार मनमानी व लापरवाही का आरोप लगाते हुए कर्मचारी परिषद एवं दलित पिछड़ा वर्ग यूनियन के सैकड़ों कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ बगावत का बिगुल फूंक दिया और परिषर में ही अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए! अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे कर्मचारियों ने 14 सूत्रीय मांगों पर विश्वविद्यालय प्रशासन को संज्ञान लेने के लिए कहा है! धरना दे रहे कर्मचारियों का आरोप है कि वर्तमान कुलपति व
कुलसचिव के द्वारा निम्न वर्ग के कर्मचारियों पर ध्यान नहीं दे रहा है। जानकारी देते हुए बताया गया कि विश्वविद्यालय प्रशासन गरीबों के हक पर डाका मार रहा है अभी कुछ दिन पहले एक कर्मचारी का बेटा गंभीर रूप से घायल हो गया था लगभग 75000 उस गरीब के बेटे की जान बचाने में लगे! विश्वविद्यालय प्रशासन इलाज का खर्च देने का वादा करने के बाद भी मुकर गया है! माननीय न्यायालय से आदेश होने के बाद भी कर्मचारियों को नियुक्ति नहीं दी जा रही है! पीके कुश जैसे लोगों को गैरकानूनी लाभ पहुंचाने के लिए कार्य परिषद अपना निर्णय ले लेती है लेकिन कर्मचारियों के हित में निर्णय लेने के लिए कार्य परिषद एक भी कदम आगे नहीं बढ़ा रही है! कर्मचारियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगें नहीं पूरी होंगी परिसर में अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा!