EOW के छापे के बाद भी नहीं किया ससपेंड
मध्य प्रदेश: ईओडब्ल्यू रेड में बीते दिनों जबलपुर ARTO के यहां करोड़ों रुपए की काली कमाई का भंडाफोड़ हुआ। शुरुआती जांच में ही उसके पास आय से 650 गुना अधिक संपत्ति होने की जानकारी मिली थी। लेकिन संतोष पाल पर राज्य सरकार की मेहरबानी कम नहीं हुई है। राज्य शासन ने अब भी उसे सस्पेंड नहीं किया है।
परिवहन विभाग ने संतोष पाल को पद से हटा दिया है। और उनको संभागीय कार्यालय में अटैच किया गया है। उनकी जगह जितेंदे शर्मा को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। संतोष पॉल 5 साल से जबलपुर में डटे थे। इसके रसूख और प्रभाव का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि राज्य सरकार को छापे के बाद पद से हटाने की कार्रवाई में हफ्ते भर का समय लग गया।
वहीं संतोष पॉल ने छापे के बाद मीडिया को इंटरव्यू भी दिया। जिसमें वह शान से कह रहा है कि मुझे ईओडब्ल्यू के छापों से कोई फर्क नहीं पड़ता। यह छापा तो एक प्रक्रिया है। पॉल के घर बीते हफ्ते जब ईओडब्ल्यू की टीम पहुंची थी तो जांच अधिकारी भी सकते में आ गए थे। करोड़ों रुपए के उसके आलीशान बंगले के भीतर थियेटर से लेकर ऐशोआराम के तमाम साधन मौजूद थे।
इसी दौरान जांच के दौरान ही आरटीओ द्वारा क्रय की गई आई-20 कार, स्कॉर्पियो , पल्सर बाइक और बुलेट के दस्तावेज भी मिले। इस कार्रवाई में मिले दस्तावेजों और साक्ष्यों के आधार पर आरोपी द्वारा अर्जित संपति का आकलन करने संबंधी कार्रवाई भी शुरू की जाएगी।