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प्रधानमंत्री आवास योजना चढी घोटालों की भेंट
खाता नम्बर बदल कर निकाली गई खातों से धनराशिगरीबों को मिलने वाली छत को भी नहीं छोड़ा भ्रष्टाचारियों ने
जन एक्सप्रेस। एस पी शुक्ला/शिवकुमार सोनी
हमीरपुर/मौदहा। सभी गरीबों को छत देने के प्रधानमंत्री के दावे को इस तरह पलीता लगाकर एक ही गांव के डेढ दर्जन लोगों के खातों में फेरबदल कर धन निकालने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है और मामला माननीय उच्च न्यायालय में विचाराधीन है। प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री आवास योजना में इस तरह पलीता लगाया जाता है इसका अंदाजा लगाकर ही सोचना पड रहा है।जहां पर ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत से लगभग दो दर्जन पात्र लोगों के आवास की किश्त खाता नम्बर बदल कर दूसरे खातों में डाल दी गई। और शिकायत करने पर उन्हें अपात्र घोषित कर नोटिस थमा दी गई।
मौदहा विकास खण्ड के ग्राम छिमौली निवासी लगभग डेढ दर्जन लोगों ने तमाम अधिकारियों को शिकायत कर हारने के बाद न्यायालय की शरण ली तब जाकर मामले की सच्चाई सामने आई। छिमौली निवासी मिडिया पत्नी महावीर, दयाराम पुत्र लल्लू, जसुधिया पत्नी रामकुमार, लल्लू पुत्र दुर्गा, झण्डू पुत्र बुद्धू सहित डेढ दर्जन ग्रामीणों ने बताया कि उन्होने प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए आवेदन किया था।जिसमें वह लोग पात्रता की श्रेणी में आये थे लेकिन ग्राम प्रधान और सचिव की मिलीभगत के चलते वह लोग अपात्र घोषित कर दिए गए हैं इतना ही नहीं उनके खाते बदलकर पैसा भी निकाल लिया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार छिमौली गांव में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कुल 205 लोगों ने आवेदन किये थे। जिनमे से जांच के बाद 30 लोगों को अपात्र घोषित किया गया था।जबकि पात्र 175 लोगों में से लगभग दो दर्जन ऐसे लोग भी हैं जिन्हे आज तक आवास की किश्त नहीं मिली है।इस सम्बंध में उन्होनें बताया कि बार बार अधिकारियों से शिकायत करने पर जब मामले की जांच की गई तो सभी लोंगों को अपात्र कर मात्र तीन लोगों को पात्र घोषित किया गया था।
सबसे बड़ी बात यह है कि 205 मे जब तीन लोगों को पात्र घोषित किया गया है तो इतने लोगों का पैसा कहां गया। इस सम्बंध में डेढ दर्जन लोगों ने माननीय न्यायालय की शरण ली तब जाकर मामले से पर्दा उठा और दोबारा जांच की जा रही है।
शिकायत कर्ता मिडिया ने बताया कि वह दिब्यांग है और प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए पात्र भी हैं। लेकिन उसके आवास की किश्त 59023172921 खाता संख्या में चली गई है।इसी तरह दयाराम पुत्र लल्लू ने बताया कि उसकी आवास की किश्त खाता संख्या 22122934100 खाता संख्या में चली गई है।
जबकि ग्रामीण कलावती पत्नी बाबादीन ने बताया कि उसके आवास की किश्त दूसरे खाते में चली गई है और उसे अभी तक मात्र शौचालय मिला है।जबकि लल्लू पुत्र दुर्गा ने बताया कि वह पात्र था और उसके आवास की किश्त 22122955074 खाता संख्या में चली गई है।इसी तरह लगभग डेढ दर्जन पात्र लोगों की आवास योजना की किश्त की धनराशि भी दूसरे खातों में चली गई है। जिसके लिए ग्रामीणों ने ग्राम प्रधान और सचिव पर सीधा आरोप लगाया है।
सबसे बड़ी बात यह है कि जब डी.डी.ओ.द्वारा जांच की गई और तीन लोगों को पात्र किया गया था तो इतने लोगों की धनराशि किन खातों में ट्रांसफर की गई है और वह खाता धारक कौन हैं। इससे भी बडी बात यह है कि जिन खातों में उक्त लोगों के खातों का पैसा ट्रांसफर किया गया है वह सभी खाता धारक इलाहाबाद बैंक से सम्बंधित हैं जो लोगों में चर्चा का विषय बना हुआ है और लोग बैंक कर्मचारियों की मिलीभगत की भी बात कह रहे हैं। इस सम्बंध में मुख्य विकास अधिकारी हमीरपुर कमलेश कुमार वैश्य ने बताया कि यह मामला उनसे पहले का है और मामले की जांच की जा रही है। जो भी दोषी होगा उसके वीरुद्ध कठोर कार्यवाही की जायेगी।
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