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कानपुर पॉलिटेक्निक में करोड़ों का घोटाला
शासन के निर्देश पर विजिलेंस करेगी जांच
जन एक्सप्रेस के लिए कमलेश फाईटर/विपिन सागर की विशेष रिपोर्ट
कानपुर नगर। राजकीय पॉलिटेक्निक के लिए खरीदी गई करोड़ों की मशीनो में घोटाले की शिकायत पर शासन सख्त हुआ है। करोड़ों की मशीनें खरीद के लिए स्वीकृति शासन द्वारा दी गई थी जिसके बाद लगातार शिकायतों पर शासन ने पुलिस अधीक्षक उत्तर प्रदेश सतर्कता अधिष्ठान को जांच के आदेश दिए हैं। जहां शिक्षा की पढ़ाई होती है वहां एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं।
कानपुर विश्वविद्यालय भी इसी तरह शिक्षा का मंदिर माना जाने वाला आज घोटाले को लेकर चर्चित है। आपको बता दें कि शासन द्वारा स्वीकृत सीएनसी लेथ मशीन एवं कंप्यूटर उपकरण के लिए सन 2011-12 में, मधुकर सिंह तत्कालीन निदेशक प्राविधिक शिक्षा संपत्ति सेवानिवृत्त, और आर०सी० राजपूत तत्कालीन अपर निदेशक प्रावधिक शिक्षा उत्तर प्रदेश द्वारा स्वीकृत कर राजकीय पॉलिटेक्निक कानपुर में मशीनों को लगवाया गया था। जो कि क्रय की गई मशीनों के बाद घोटाले की शिकायत की गई और शिकायत पत्र में दर्शाया गया कि खरीदी हुई मशीनों और कम्प्यूटर उपकरण में बड़े स्तर पर घोटाला है। शिकायती पत्र शासन को मिलते ही जांच के लिए कानपुर अपर पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान को आदेशित किया गया।
वहीं सूत्रों की माने तो सीएनसी लेथ मशीन एवं कंप्यूटर उपकरण के मामले को लेकर पॉलिटेक्निक में चर्चाएं भी तेजी से है। शिक्षा विभाग के तमाम ऐसे मामले उजागर हो रहे हैं। जहां घोटाले की बात स्पष्ट होती नजर आ रही है। सूत्रों की मानें तो यह भी है कि पुलिस अधीक्षक सतर्कता अधिष्ठान ने जल्द ही किसी टेक्निकल संस्थान की मदद लेकर पूरे प्रकरण की जांच करा कर शासन को भेजेंगे। सेवानिवृत्त दोनों अधिकारियों पर शासन की नजर बनी है। जांच पूरी होते ही दोनों सेवानिवृत्त अधिकारियों पर शासन की तरफ से बड़ी कार्यवाही हो सकती है।
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