राज्यपाल से मिले राहुल गांधी, कहा- शांति ही आगे बढ़ने का रास्ता
कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर दौरे पर हैं। मणिपुर लगभग दो महिने से हिंसा से प्रभावित है। राहुल गांधी ने आज इंफाल में मणिपुर की राज्यपाल अनुसुइया उइके से मुलाकात की। उनके साथ कांग्रेस के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल भी मौजूद रहे। मणिपुर के राज्यपाल से मुलाकात के बाद राहुल गांधी ने अपने बयान में कहा कि मणिपुर को शांति की जरूरत है। मैं चाहता हूं कि यहां शांति बहाल हो। मैंने कुछ राहत शिविरों का दौरा किया, इन राहत शिविरों में कमियां हैं, सरकार को इसके लिए काम करना चाहिए।
राहुल ने क्या कहा
राहुल गांधी ने कहा कि मैं राहत शिविर में गया और हर समुदाय के लोगों से मिला। एक बात जो मैं सरकार से कहूंगा वह यह है कि शिविरों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार की जरूरत है। खानपान में सुधार की जरूरत है। दवाओं की आपूर्ति की जानी चाहिए। ऐसी शिकायतें कैंपों से आई हैं। मेरी मणिपुर के हर व्यक्ति से अपील है कि शांति बनाए रखें। मेरी सभी से पुरजोर अपील है कि हिंसा से किसी को कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि मैं यहां मौजूद हूं और जो शांति कि लिए कर सकता हूं वह करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं मणिपुर के लोगों का दर्द साझा करता हूं। यह एक भयानक त्रासदी है। यह मणिपुर के सभी लोगों और भारत के लोगों के लिए भी अत्यंत दुखद और दर्दनाक है। उन्होंने कहा कि शांति ही आगे बढ़ने का रास्ता है और हर किसी को अब शांति के बारे में बात करनी चाहिए और उसकी ओर बढ़ना शुरू करना चाहिए। मैं यहां हूं और इस राज्य में शांति लाने के लिए हर संभव मदद करूंगा।
खड़गे का भी आया था बयान
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि वे (बीजेपी) हमेशा ईर्ष्या से बात करते हैं। यदि कोई कांग्रेस नेता वहां (मणिपुर) जाकर लोगों की कठिनाइयों को समझने की कोशिश करता है, तो वे इसे नाटक कहते हैं। उन्होंने कहा कि यह आपकी तानाशाह वाली मानसिकता दिखाता है। वह विपक्ष को देश में सहन नहीं कर सकते। ऐसे विचारधारा वाले लोगों की निंदा करता हूं।