भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में किसान 16 मई को करेंगे सचिवालय का घेराव

जयपुर । भारतीय किसान संघ ने किसानों की विभिन्न समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर 16 मई को प्रदेश व्यापी आंदोलन का आह्वान किया है। किसान आंदोलन के तहत प्रदेश के सभी जिलों से किसान जयपुर कूच करके सचिवालय का घेराव कर विभिन्न मांगो को लेकर प्रदर्शन करेंगे।
जयपुर स्थित किसान संघ के कार्यालय बलराम भवन में रविवार को आयोजित प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में अखिल भारतीय कार्यकारिणी सदस्य कैलाश गंदोलिया और दलाराम बटेसर के साथ प्रदेश कार्यकारिणी, तीनों प्रांत जोधपुर, जयपुर व चित्तौड़ के अध्यक्ष, महामंत्री, कोषाध्यक्ष व संगठन मंत्री उपस्थित थे।
संगठन के प्रदेश महामंत्री प्रवीण सिंह चौहान ने बताया की संगठन की प्रदेश प्रबंध कार्यकारिणी की बैठक में किसानों के प्रदेशव्यापी आंदोलन का आह्वान किया है। आंदोलन को लेकर बैठक में प्रदेश आंदोलन टोली का गठन किया गया है।
इसमें प्रदेश मंत्री तुलछाराम सिंवर को प्रदेश आंदोलन संयोजक, प्रदेश मंत्री जगदीश कलमंडा को प्रदेश आंदोलन सह संयोजक, वीरेंद्र सिंह चौधरी को व्यवस्था प्रमुख, छोगालाल सैनी को सह व्यवस्था प्रमुख, राजीव दीक्षित को प्रचार प्रमुख, सुहास मनोहर को कोषाध्यक्ष, रामुकमार खिलेरी व प्रहलाद नागर को यातायात प्रमुख, हीरालाल चौधरी को संपर्क प्रमुख, विनोद धारणिया, बद्रीलाल जाट, शिवराज पूरी, गजानंद कुमावत, मंजू दीक्षित को विभिन्न मार्गो के प्रमुखों की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इस दौरान जोधपुर प्रांत अध्यक्ष मानकराम परिहार, चित्तौड़ प्रांत अध्यक्ष शंकरलाल नागर, जयपुर प्रांत अध्यक्ष कालूराम बागड़ा, जोधपुर संगठन मंत्री हेमराज, जयपुर परमानंद, जयपुर महामंत्री सांवरमल सोलेट, प्रदेश कार्यालय प्रमुख करणसिंह, माहिल प्रमुख राममूर्ति मीणा, जयपुर कोष प्रमुख श्रीचंद सिद्ध सहित प्रदेश व प्रांतों के प्रमुख कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
सरकार के उदासीन रवैए से बढ़ा किसानों में आक्रोश
प्रदेश आंदोलन संयोजक तुलछाराम सिंवर ने बताया की किसान लंबे समय से विभिन्न मांगो को लेकर अलग-अलग माध्यमों से लगातार ज्ञापन भेज रहे थे। वहीं जनवरी में प्रदेश बैठक में हुए निर्णय के अनुसार प्रदेशव्यापी आह्वान के तहत 11 जनवरी को प्रदेश के सभी तहसील मुख्यालयों तथा 17 जनवरी को सभी जिला मुख्यालयों पर किसानों ने भारतीय किसान संघ के नेतृत्व में सांकेतिक प्रदर्शन कर सक्षम अधिकारियों के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजे थे।
उक्त प्रदर्शन एवं ज्ञापनों के बावजूद सरकार ने किसानों की समस्याओं व मांगो को गंभीरता से नहीं लिया ऐसे में किसानों ने मजबूर होकर प्रदेशव्यापी आंदोलन करने का निर्णय किया। किसानों की भावनाओं के मद्देनजर समस्याओं के समाधान की मांग को लेकर प्रदेश प्रबंध कार्यकारिणी में 16 मई को प्रदेश के सभी जिलों से किसानों का जयपुर कूच कर सचिवालय घेराव कर प्रदर्शन करने एवं किसान आंदोलन का निर्णय लिया गया।
किसानों का इन प्रमुख मांगो को लेकर आंदोलन का आह्वान
प्रदेश के किसानों ने पूर्व में सौंपे ज्ञापनों में जिन समस्याओं का जिक्र किया उनमें प्रमुख रूप से सिंचाई परियोजना को पूरा कर हर खेत को सिंचाई का पानी देने, किसानों को लंबित कृषि कनेक्शन जारी करने, सिंचाई हेतु पर्याप्त गुणवत्ता युक्त विद्युत आपूर्ति करने, फसल बीमा विसंगतियों को दूर कर गारंटी उपज को वास्तविक उपज अनुसार निर्धारित करने, पीएम आशा योजना के तहत समर्थन मूल्य पर बाजरा सहित सभी अधिसूचित फसलों व बाजार हस्तक्षेप नीति के तहत लहसुन खरीद करने, सभी किसानो की सम्पूर्ण कर्ज माफी देने, प्रदेश की ओर से जीएसटी काउंसिल में कृषि आदानों को टैक्स मुक्त करने का प्रस्ताव देने, मध्यप्रदेश एवं तेलंगाना प्रदेश की तर्ज पर प्रदेश सरकार की ओर से किसानों को प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि में अतिरिक्त राशि जोड़ कर देने की मांगे शामिल थी।