बेसिक शिक्षा: अफसरो के मनमानी आदेश से पूरे प्रदेश के शिक्षको में नाराजगी
बिना किसी काम के केवल स्कूल में बैठने का आदेश अव्यावहारिक है-डॉ दिनेश चंद शर्मा

जन एक्सप्रेस : बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियो के अव्यावहारिक आदेश से पूरे प्रदेश के शिक्षक संगठन व शिक्षकों में नाराजगी है। पूरे प्रदेश में भीषण गर्मी के चलते बेसिक शिक्षा विभाग ने स्कूलों की छुट्टियां 30 जून तक बढ़ा दी हैं लेकिन शिक्षकों और कर्मचारियों को 16 जून से स्कूल आना होगा। प्राथमिक शिक्षक संघ ने इस आदेश का विरोध किया है इसे अव्यावहारिक बताया है। उनका कहना है कि जब बच्चे नहीं आ रहे हैं तो शिक्षकों को बुलाना बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
जानलेवा भीषण गर्मी और हीट वेव को देखते हुए शासन ने बेसिक शिक्षा विभाग व उसके नियंत्रणाधीन मान्यता प्राप्त स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश 30 जून तक बढ़ा दिए हैं। बच्चों की छुट्टी रहेगी, परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों व अन्य कर्मचारियों को उपस्थित रहना होगा। जिसका प्राथमिक शिक्षक संघ ने शिक्षक व कर्मियों को बुलाए जाने पर विरोध जताया है।
बेसिक शिक्षा विभाग व मान्यता प्राप्त विद्यालयों में 20 मई से 15 जून तक ग्रीष्मकालीन अवकाश घोषित किया गया था। लेकिन सचिव सुरेंद्र कुमार तिवारी की तरफ से शुक्रवार को आदेश जारी कर कहा गया कि वर्तमान में भयंकर जानलेवा गर्मी एवं हीटवेव के दृष्टिगत स्कूलों में पठन-पाठन के लिए छात्र-छात्राएं विद्यालय में उपस्थित नहीं होंगे। बच्चों के लिए एक जुलाई से स्कूल आयेंगे।
प्राइमरी स्कूलों व मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगा आदेश
बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि परिषदीय स्कूल 16 जून से निर्धारित समय सारिणी के अनुसार ही संचालित किए जाएंगे। शिक्षक, शिक्षामित्र, अनुदेशक, शिक्षणेत्तर कर्मचारी स्कूल में उपस्थित रहकर शैक्षणिक, प्रशासकीय एवं अन्य कार्यों को पूर्ण करेंगे, जबकि इसके लिए मान्यता प्राप्त विद्यालय व उनकी प्रबन्ध समिति यथावश्यक निर्णय लेने के लिए अधिकृत होगी।
बेसिक शिक्षा विभाग के अव्यावहारिक आदेश से प्रदेश के शिक्षकों व शिक्षक संगठन में नाराजगी
उत्तरप्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ बस्ती के जिलाध्यक्ष चंद्रिका सिंह,जिलामंत्री बालकृष्ण ओझा, कोषाध्यक्ष दुर्गेश यादव, जिला उपाध्यक्ष रविश मिश्रा,संगठन मंत्री विवेककांत पाण्डेय सहित तमाम शिक्षकों ने अफसरों के मनमानी आदेश पर नाराजगी जताते हुए कहा कि हीटवेव एवं भयंकर जानलेवा गर्मी के कारण बच्चों का अवकाश करने एवं अध्यापकों को स्कूल बुलाने का आदेश अव्यावहारिक व असंवेदनशील है। जब स्कूल में बच्चे नहीं आएंगे, मिड डे मील का वितरण नहीं होना है और तमाम कार्य आनलाइन पूर्ण हो चुके हैं तो दोपहरी में उन्हें स्कूल में बैठकर केवल शोषण करने की रूपरेखा तैयार की गई है। प्राथमिक शिक्षक संघ ने मांग किया इस मनमाने अव्यावहारिक आदेश को निरस्त किया जाए।