कोविड-19 के अन्य स्वरूपों से भी लडऩे में कारगर है वैक्सीन
जन एक्सप्रेस संवाददाता
कानपुर नगर। कोविड-19 महामारी से बचाव के लिए भारत सरकार ने दो मल्टीनेशनल कंपनी भारत सिरम और एक्स्ट्रा जेनिका नामक कंपनी द्वारा संयुक्त रूप से बनाई गई कोविड शील्ड वैक्सीन अब कानपुर के सरकारी अस्पतालों उर्सला हैलट के अलावा सीएससी अस्पतालों में भी लगवाई जा सकती है। कॉविड शील्ड वैक्सीन एक्स्ट्रा जेनिका को परीक्षण के तौर पर अभी केवल डॉक्टरों को ही लगाया जा रहा है। जिसमें गुरुवार को उर्सला में नेत्र परीक्षण अधिकारी श्वेता बाजपेई और बिठूर पीएससी के फार्मेसिस्ट डॉक्टर पुनीत बाजपाई को वैक्सीनेशन किया गया। इस कोविड-19 शील्ड वैक्सीन एक्स्ट्रा जैनिका की एक खासियत है कि यह ना केवल कोविड-19 महामारी से ही लडऩे की क्षमता मरीजों में उत्पन्न करती है बल्कि कोविड-19 के अन्य स्वरूपों से भी लडऩे में कारगर है । इस वैक्सीन का वैक्सीनेशन 28 दिन के अंतराल में किया जाता है। इस कोविड-19 वैक्सीन के वैक्सीनेशन के बारे में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर अनिल कुमार मिश्रा ने बताया कि वर्तमान समय में इस शील्ड वैक्सीन 18 वर्ष से ऊपर के लोगों को ही लगाई जा रही है। जिसमें मुख्य रूप से अभी इस वैक्सीन का प्रयोग केवल डॉक्टरों पर ही किया जा रहा है । इसका सफल परीक्षण हो जाने के बाद ही यह सभी को लगाई जाएगी। अभी जिन डॉक्टरों को यह शील्ड वैक्सीन लगाई जा रही है उन्हें कार्ड भी दिया जा रहा है जिसके अनुसार 28 दिन बाद पुन: उन्हें एक डोज दिया जाएगा ।