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मेरे रिकॉर्ड को अभी कोई खतरा नहीं : उसेन बोल्ट

नई दिल्ली। दुनिया के सबसे तेज ‘फर्राटा’ धावक उसेन बोल्ट आठ साल के बाद फिर से ओलंपिक में होंगे लेकिन प्रतिभागियों को चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि वह पेरिस में सिर्फ उन्हें खेलते हुए देखने के लिए मौजूद होंगे। वह अपने शानदार रिकॉर्ड टूटने के प्रति जरा भी चिंतित नहीं हैं और उनका मानना है कि निकट भविष्य में इन्हें कोई खतरा नहीं है।

न्यूयॉर्क से दिये साक्षात्कार में बोल्ट ने संन्यास के बाद जिंदगी, फिर से प्रतिस्पर्धा करने की इच्छा और निकट भविष्य में भारत का दौरा करने की इच्छा के बारे में बातें कीं। बर्लिन में 2009 विश्व चैम्पियनशिप में 100 मीटर में उनका 9.58 सेकेंड और 200 मीटर में 19.19 सेकेंड का रिकॉर्ड कायम है। बोल्ट ने कहा, ‘‘मुझे नहीं लगता कि इस रिकॉर्ड को कोई खतरा है। इस समय नहीं है। मुझे लगता है कि यह लंबे समय तक रहेगा। आप समझते हो, मुझे रिकॉर्ड को तोड़ने वाला कोई खिलाड़ी नहीं दिखता।

उन्होंने हसंते हुए कहा, ‘‘इसलिये मुझे लगता है कि यह अभी कुछ और वर्षों तक कायम रहेगा। बोल्ट एकमात्र फर्राटा धावक हैं जिन्होंने लगातार तीन ओलंपिक में 100 मीटर और 200 मीटर दोनों स्पर्धाओं के स्वर्ण पदक जीते हैं। उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि विश्व रिकॉर्ड पर खतरा होगा। कुछ खिलाड़ी 10 सेकेंड के अंदर का समय निकालने में सफल रहे हैं। मैं अभी उन्हें देख रहा हूं। जुलाई में हम देखेंगे कि कौन सबसे आगे रहता है। बोल्ट संन्यास के बाद कई व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं के कारण दुनिया भर में घूमते रहते हैं लेकिन जब वह प्रतियोगिता देखते हैं तो उन्हें इसमें हिस्सा नहीं ले पाने की कसक कचोटती है।

उसेन बोल्ट से जब संन्यास के बाद की जिंदगी के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, मैं शिकायत नहीं कर सकता। मैं व्यस्त रहने की कोशिश करता हूं। अब मेरा परिवार है इसलिये मैं घर पर परिवार के साथ समय बिताने का प्रयास करता हूं। लेकिन मुझे प्रतियोगिताओं में खेलने की कमी महसूस होती है, विशेषकर तब जब मैं इन्हें देखता हूं। ’’ बोल्ट ने कहा, ‘‘जब मैं इस साल ओलंपिक में जाऊंगा तो मैं बेकरार रहूंगा। मैं उत्साहित हूं कि पहली बार चैम्पियनशिप देखने जाऊंगा। इसलिये यह अच्छा होना चाहिए। ’’

पेरिस में ट्रैक एवं फील्ड स्पर्धाओं में स्टार एथलीट इकट्ठा होंगे और वह भारत के स्टार भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा को भी खेलते हुए देखना चाहते हैं जिन्होंने तोक्यो ओलंपिक में भारत को एथलेटिक्स में पहला ओलंपिक स्वर्ण पदक दिलाया था। जब बोल्ट से पूछा गया कि क्या वे चोपड़ा और उनकी उपलब्धियों से वाकिफ हैं तो उन्होंने कहा, ‘‘निश्चित रूप से। जब मैंने यह देखा तो मैंने कहा कि उसके लिए यह वास्तव में रोमांचक होगा। यह देश के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है। ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतना, बहुत बड़ी बात है।’

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