भाजपा अध्यक्ष पद की रेस में खट्टर, भूपेंद्र यादव और शिवराज सबसे आगे
50% प्रदेश अध्यक्षों का कोरम पूरा, राष्ट्रीय अध्यक्ष चयन का रास्ता साफ

जन एक्सप्रेस नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव को लेकर लंबे समय से चल रही अटकलों के बीच अब स्थिति लगभग साफ हो चुकी है। पार्टी ने अपने संगठनात्मक ढांचे के 50 प्रतिशत से अधिक प्रदेश अध्यक्षों की नियुक्ति कर ली है, जो राष्ट्रीय अध्यक्ष चुनने के लिए आवश्यक कोरम है। मंगलवार को महाराष्ट्र, तेलंगाना, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड समेत छह राज्यों में अध्यक्ष तय किए गए, जबकि सोमवार को दो राज्यों के अध्यक्ष घोषित हुए थे। कुल 37 सांगठनिक इकाइयों में से 20 में नियुक्तियां पूरी हो चुकी हैं। अब उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे बड़े राज्यों पर फैसला बाकी है।
अध्यक्ष पद के लिए रेस में तीन बड़े नाम चर्चा में हैं — मनोहर लाल खट्टर, भूपेंद्र यादव और शिवराज सिंह चौहान। तीनों नेता मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं और संगठन में लंबे अनुभव के साथ संघ से मजबूत जुड़ाव रखते हैं। मनोहर लाल खट्टर को पीएम नरेंद्र मोदी के बेहद करीबी नेताओं में गिना जाता है और उनकी ईमानदार व सख्त प्रशासक की छवि उन्हें अन्य दावेदारों से अलग बनाती है। आरएसएस भी खट्टर के नाम पर सहमति जता सकता है।
वहीं भूपेंद्र यादव भी भाजपा-संघ संगठन में वर्षों से सक्रिय रहे हैं और कई राज्यों में चुनावी रणनीति संभाल चुके हैं। अमित शाह के करीबी माने जाने वाले यादव का नाम सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखकर भी चर्चा में है। शिवराज सिंह चौहान का नाम भी पार्टी की नर्म-छवि और जनाधार को देखते हुए जोर पकड़ रहा है। हालांकि, भाजपा अपने रिकॉर्ड के अनुसार अंतिम समय में चौंकाने वाला नाम भी सामने ला सकती है। माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी के विदेश दौरे से लौटने के बाद इस पर अंतिम मुहर लग सकती है।






