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पितृ पक्ष में भागवत श्रवण से मिलती पितृ दोष से मुक्ति : खगुल कृष्ण
आराध्य गोविंद देव मंदिर के भवन में भागवत कथा महोत्सव में सैकड़ों भक्तों ने लगाई ज्ञान गंगा में डुबकी
जन एक्सप्रेस/जयपुर
पितृ पक्ष में श्रीमद्भागवत कथा श्रवण करने पढ़ने और मनन करने का अधिक महत्व है। पितृ पक्ष में कथा श्रवण से पितर भी तृप्त होते हैं । उक्त उद्गार सत्यचित्त पुष्पानंद सामाजिक विकास संस्था (रजि.) जयपुर व खगुल कृष्ण अध्यात्म परिकर के बैनर तले जयपुर आराध्य गोविंद देव मंदिर के भव्य प्रांगण में समस्त सनातनी के पितरों की आत्म शांति हेतु आयोजित संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ महोत्सव के सप्तम दिवस के अवसर पर व्यास पीठ पर विराजमान अध्यात्मिक प्रवक्ता खगुल कृष्ण भारद्वाज ने समस्त भागवत प्रेमीजनों के मध्य भागवत श्रवण का महत्व बताया।
इससे पूर्व समस्त सनातनी बंधुओं के पितरों की आत्म शांति हेतु आयोजित भागवत कथा महोत्सव के प्रथम दिवस की बेला में बड़ी चौपड़ स्थित लक्ष्मीनारायण मंदिर से प्रारंभ हुई हवामहल से गुजरती हुई विशाल भव्य कलश यात्रा के साथ दौरान पांच सौ भागवत प्रेमी माताएं बहनें कलश धारण करते हुए जयपुर आराध्य गोविंद देव मंदिर प्रांगण पहुंची।
कथा के मध्य श्याम मित्र मंडल ने नंदोत्सव व कृष्ण रुक्मिणी विवाहोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया । कथा के पंचम दिवस की पावन बेला में सिद्ध गणेश चौड़ा रास्ता नवयुवक मंडल के बटुकों द्वारा की गई महाआरती ने शमां बांध दिया। कथा के दौरान महोत्सव की संयोजिका संस्था सचिव रीता पाठक ने आगंतुक भागवत प्रेमीजनों का भावपूर्ण स्वागत किया।
इस अवसर पर वरिष्ठ समाजसेवी राम किशन शर्मा, सोहन लाल शर्मा , प्रमोद अग्रवाल, राकेश तांबी, अमित गुप्ता, राकेश गोयल ,सुनील दत्त गोयल, नवरतन शर्मा , अजीत बंसल,महंत पवन शर्मा ,घनश्याम शर्मा,सत्येंद्र सिंह सोलंकी ,मदन लाल गुर्जर,मीना शर्मा,दिलीप अवस्थी , अशोक सारस्वत, नीतू शर्मा,श्रीमती मधु शर्मा आदि ने अपने पितरों के प्रति श्रद्धावनत होकर व्यास पीठ को नमन किया।