दिल्ली/एनसीआर

नवसारी के वांसी बोरसी में बनेगा 1142 एकड़ में मेगा टेक्सटाइल पार्क

-15 हजार करोड़ का होगा निवेश, 50 हजार लोगों को मिलेंगे रोजगार के अवसर

सूरत/नवसारी। एक जमाने में मफतलाल ग्रुप के कारण नवसारी का नाम कपड़ा उद्योग के क्षेत्र में राष्ट्रीय फलक पर था। बाद में नवसारी को काफी पीछे छोड़ सूरत ने वह मुकाम हासिल किया, जो उसे राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ला खड़ा किया।

सूरत को टेक्सटाइल सिटी, सिल्क सिटी के नाम से जाना जाता है, लेकिन अब वर्षों बाद एक बार फिर नवसारी का नाम कपड़ा उद्योग को लेकर चर्चा में है। केन्द्र सरकार ने पिछले बजट में देश भर में बनाए जाने वाले 7 पीएम मित्रा पार्क में नवसारी को भी शामिल किया है। पिछले दिनों इसका नोटिफिकेशन जारी होने के साथ इसे तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। नवसारी के समीप वांसी बोरसी में 1142 एकड़ जमीन में पीएम मित्रा योजना अंतर्गत मेगा टेक्सटाइल पार्क बनाया जाएगा।

यहां एक बाउंड्री के अंदर कपड़ा व्यापार से जुड़ी तमाम गतिविधियां मौजूद रहेंगी। इसमें स्पीनिंग से लेकर वीविंग, डाइंग, प्रिंटिंग, टेक्च्यूराइजिंग, पैकेजिंग, वैल्यूएडिशन, टेक्निकल टेक्सटाइल, मशीनरी मैन्यूफैक्चरिंग आदि शामिल रहेंगी। इससे करीब 15 हजार करोड़ रुपये का निवेश होगा और 50 हजार से अधिक लोगों के लिए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। केन्द्र सरकार की ओर से 300 करोड़ रुपये सीआईएस के रूप में दिए जाएंगे।

सूरत के टेक्सटाइल इंडस्ट्रीज को मिलेगा बूस्ट

सूरत में रोजाना 5 करोड़ मीटर कपड़े का उत्पादन होता है। सालाना 50 हजार से 60 हजार करोड़ रुपये का रेडी गुड्स का कारोबार है। यदि वीविंग, स्पीनिंग के सालाना टर्न ओवर जोड़े तो यह एक लाख करोड़ रुपये को भी पार कर जाएगा। नवसारी में पीएम मित्रा पार्क आने से जो व्यापारी अपने कपड़ा व्यापार का विस्तार करने को इच्छुक है, उनके लिए यह स्वर्णिम अवसर होगा। एक ही कैम्पस में पूरी इंडस्ट्रीज होगी। सूरत के व्यापार में बड़ी समस्या श्रमिकों की हर सीजन में उपलब्धता को लेकर है। इसकी भी दिक्कत दूर हो जाएगी। यहां श्रमिकों के लिए भी घर होगा।

कपड़ा उद्योग के लिए प्रोत्साहन नीति

केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री दर्शना जरदोश का कहना है कि देश के सर्वांगीण विकास के लिए सरकार ने सभी उद्योगों के लिए प्रोत्साहक नीति बनाई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विजन फॉर्म टू फाइबर टू फैक्टरी टू फैशन टू फॉरेन यह साकार करेगा। केन्द्र और राज्य सरकार की दूरदर्शिता के कारण यह निवेश और रोजगार को भी बड़े पैमाने पर बढ़ाएगा।

कॉमन सुविधाओं का अभिनव प्रयोग

साउथ गुजरात टेक्सटाइल ट्रेडर्स एसोसिएशन (एसजीटीटीए) के संस्थापक अध्यक्ष सांवर प्रसाद बुधिया का कहना है कि सूरत के टेक्सटाइल उद्योग के लिए बहुत अच्छी योजना है। मैन मेड फैब्रिक्स यहां अधिक पापुलर है। सरकार ने इस पीएम मित्रा पार्क में कॉमन फैसिलिटी का प्लान रखा है। यानी कॉमन बॉयलर, कॉमन ट्रीटमेंट प्लांट, ड्रेनेज आदि सभी कॉमन होंगी। साथ ही बिजली भी सस्ती करने की योजना से जिससे उत्पादन लागत न्यूनतम हो सके।

निर्यात के विपुल अवसर मिलेंगे

दक्षिण गुजरात चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्रीज (एसजीसीसीआई), सूरत के एडवाइजर (टेक्सटाइल ट्रेड कमेटी) देवकिशन मंघाणी का कहना है कि पीएम मित्रा पार्क की वजह से दक्षिण गुजरात कपड़े के कारोबार का बड़ा केन्द्र बनेगा। एक ही जगह सारी इकाइयां होने से निर्यात को बूस्ट अप होगा। अभी देश भर के व्यापारी सूरत आते हैं, लेकिन पार्क के कार्यरत होने पर यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार का केन्द्र बनेगा। इसके बाद सूरत हवाईअड्डा के भी अंतरराष्ट्रीय स्तर के बनाने की जरूरत पैदा होगी।

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