उत्तराखंड

चिकित्सा जगत में क्रांति लाने का काम किया : विजय लक्ष्मी

हरिद्वार । जीवन तथा विज्ञान एक दूसरे के पर्याय हैं। विज्ञान ने मानव को असीमित शक्ति सम्पन्न बनाकर अद्भुत काम किया है। विज्ञान ने जहां तकनीकी विकास किया है वहीं तकनीक ने आम आदमी के रहन-सहन तथा जीवन स्तर में बदलाव की क्रान्ति का सूत्रपात किया है।

गुर्कुल कांगड़ी समविश्वविद्यालय और इण्डियन साइंस कांग्रेस, (हरिद्वार चैप्टर) की 13वीं नेशनल कान्फ्रेंस का शुभारम्भ यज्ञ, मंगलाचरण एवं दीप-प्रज्ज्वलन से हुआ। मुख्य अतिथि और इण्डियन साइंस कांग्रेस एसोसियेशन, कोलकाता की अध्यक्षा प्रो. विजय लक्ष्मी सक्सेना ने उद्घाटन अवसर पर देश के वैज्ञानिक एवं तकनीकी विशेषज्ञों से कहा कि तकनीकी एवं विज्ञान के माध्यम से देश में विकास की जो धारा बह रही है। उसने देश में शोध एवं अनुसंधान के कार्यों से नयापन पैदा किया है। विज्ञान की बढ़ोतरी से ही आम व्यक्ति के जीवन में रचनात्मक परिवर्तन हुए हैं। उन्हाेंने कहा कि आज वैज्ञानिक अनुसंधान ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य के क्षेत्र में रोबोटिक साइंस से कैंसर जैसे असाध्य रोग में भी समाधान प्रस्तुत कर चिकित्सा जगत में क्रांति लाने का काम किया है।

कॉन्फ्रेंस की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमदेव शतान्शु ने कहा कि वेद एक वृहद विज्ञान है। विज्ञान एवं तकनीक के मूल में वेद ही है। उन्होंने प्राचीन ग्रन्थों मे निहित ज्ञान-विज्ञान से वर्तमान पीढ़ी को अवगत कराने की जरूरत पर बल दिया। इण्डियन साइंस कांग्रेस, (हरिद्वार चैप्टर) के प्रमुख प्रो. रजनीश दत्त कौशिक ने कांग्रेस के थीम वाक्य साइंस एण्ड टेक्नोलॉजी फॉर ऑल के माध्यम से विज्ञान की उपयोगिता पर विचार प्रस्तुत किये। संयोजक डॉ. संजीव लांबा ने हरिद्वार चौप्टर से साइंस की गतिविधियों एवं आगामी कार्य योजना प्रस्तुत की।

पर्यावरणविद प्रो. बीडी जोशी ने वर्तमान दौर में विज्ञान और पर्यावरण के बीच संतुलन बनाये रखने की आवश्यकता पर जोर दिया। वैज्ञानिक परिचर्चा में प्रो. एचपी त्रिपाठी, प्रो. एस रामाकृष्णन, प्रो. एके सक्सेना, प्रो. एसपी सिंह, प्रो. सीएस मथाना, प्रो. एलपी पुरोहित, डॉ. परवेन्द्र सिंह, डॉ. मनोज कपिल ने भी विज्ञान की सामान्य व्यक्ति के जीवन में उपयोगिता पर विमर्श दिया। कार्यक्रम का संचालन आयोजन सचिव डॉ. ऋचा सैनी ने किया।

कार्यक्रम में वित्ताधिकारी प्रो. देवेन्द्र कुमार गुप्ता, प्रो. नमिता जोशी, प्रो. सतेन्द्र राजपूत, डॉ. बबलू वेदालंकार, डॉ. प्रिंस प्रशान्त, डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. अजय मलिक, डॉ. ऋतु अरोड़ा, डॉ. पंकज कौशिक, डॉ. जसपाल सिंह, डॉ. धर्मेन्द्र बालियान, डॉ. विकास देशवाल, डॉ. निशांत, डॉ. मनीला, डॉ. वरिन्दर विर्क, डॉ. मनोज कुमार, डॉ. सतेन्द्र, डॉ. अनीता स्नातिका, कुलभूषण शर्मा, हेमंत सिंह नेगी, नरेश त्यागी, मोहित कुमार, आदि उपस्थित रहे।

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