डॉक्टरों की फर्जी डिग्री बनाने वाले गैंग सरगना की संपत्ति कुर्क की तैयारी
25 हजार के इनामी ने किया सरेंडर

जन एक्सप्रेस/गोरखपुर: गोरखपुर में फर्जी डिग्री बनाने वाले गिरोह के खिलाफ पुलिस ने शिकंजा कस दिया है। मुख्य आरोपी अलाउद्दीन को जेल भेजने के बाद अब पुलिस उससे रिमांड पर पूछताछ करेगी। कोर्ट में रिमांड की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। गिरोह पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई की तैयारी है और जल्द ही उनकी अवैध संपत्तियां कुर्क की जाएंगी।
25 हजार के इनामी ने किया सरेंडर
कुशीनगर के तमकुहीराज के रहने वाले अलाउद्दीन ने सोमवार को कोर्ट में सरेंडर किया। उस पर डॉक्टरों की फर्जी डिग्री बनाने के आरोप में मई 2023 में गुलरिहा थाने में केस दर्ज किया गया था। फरारी के दौरान पुलिस ने उस पर ₹25,000 का इनाम घोषित किया था। लगातार दबिश और दबाव के चलते उसने आत्मसमर्पण किया।
जेल में संदिग्ध मुलाकात
अलाउद्दीन को जेल भेजने के बाद उसे मिलेनियम बैरक में रखा गया है। मंगलवार को कुशीनगर से माजिद और मुमताज नाम के दो युवक उससे मिलने पहुंचे। वे उसके लिए कपड़े और कंबल लेकर आए। दरअसल, मुलाकात के दौरान दोनों ने अलाउद्दीन से लंबी बातचीत की। पुलिस इस मुलाकात की भी जांच कर रही है।
गिरोह की पूरी कड़ी का हुआ खुलासा
गिरोह के खुलासे की शुरुआत गोरखपुर के जैमिनी पैराडाइज के रहने वाले डॉ. राहुल नायक की शिकायत से हुई। उन्होंने 17 मई 2023 को गुलरिहा थाने में अलाउद्दीन और प्रयागराज के रहने वाले राम पांडेय के खिलाफ फर्जी डिग्री इस्तेमाल करने का मामला दर्ज कराया था। पुलिस की जांच में यह गिरोह प्रदेशभर में फर्जी डिग्री बेचने में लिप्त पाया गया।
1 सितंबर 2023 को गुलरिहा पुलिस ने गाजीपुर, वाराणसी, और चौबेपुर से गिरोह के तीन सदस्यों बृजेश लाल, ओमप्रकाश गौतम, और दीपक विश्वकर्मा – को गिरफ्तार किया। जांच में खुलासा हुआ कि गिरोह का सरगना दीपक विश्वकर्मा है, जो इस पूरे नेटवर्क को संचालित करता था।
गिरोह के सभी सदस्यों पर लगेगा गैंगस्टर एक्ट
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया कि गिरोह के सभी सदस्यों पर गैंगस्टर एक्ट लगाया जाएगा। इसके अलावा, रिमांड के जरिए अलाउद्दीन से गिरोह के बाकी सदस्यों और नेटवर्क के बारे में जानकारी जुटाई जाएगी।
पुलिस ने उनकी अवैध संपत्तियों की सूची तैयार करनी शुरू कर दी है, जिन्हें जल्द ही कुर्क किया जाएगा।