
जन एक्सप्रेस/ उत्तराखंड : उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के जादुंग गांव को फिर से पर्यटन गांव के रूप में विकसित करने का निर्णय उत्तराखंड सरकार ने ले लिया है। भारत-चीन युद्ध के बाद वीरान पड़ा उत्तरकाशी जिले का सीमांत जादुंग गांव को अब पर्यटन ग्राम के रूप में पहचान मिलेगी। उत्तरकाशी के सीमांत जादुंग गांव की कायाकल्प के प्रयास तेज हो गए हैं। राज्य सरकार पिछले वर्ष से ही जादुंग गांव की सूरत बदलने के लिए जुटी हुई है।
जादुंग की होगी अलग पहचान सरकार के है ये नए प्लान
वर्ष 1962 में भारत-चीन युद्ध के बाद से उत्तरकाशी जिले का सीमांत गांव जादुंग वीरान था। पहले चरण में जीएमवीएन ने जादुंग गांव में छह जीर्ण-शीर्ण घरों के पुनर्निर्माण पर फोकस किया है। इसके लिए वहां पर 19 सितंबर 2024 से कार्य शुरू कराया गया। चार घरों को पूरी तरह से ध्वस्त करने के बाद उनके पुनर्निर्माण का काफी काम हो गया है। इस कार्य के लिए 365. 33 लाख रूपये की धनराशि स्वीकृत की गई थी, इसमें से शासन स्तर पर 146 लाख रूपये की धनराशि अवमुक्त की जा चुकी है। इसी तरह, वहां पर आठ अन्य भवनों के पुनर्निर्माण के लिए 493.36 लाख रूपये का आगणन तैयार किया गया है।
उत्सव मैदान के बनने के बाद लौटेगी जादुंग की रौनक
जादुंग गांव की रौनक लौटाने के लिए हर संभव कदम उठाए जा रहे हैं। इसी कारन वह उत्सव मैदान के निर्माण की तैय्यारियाँ शुरू कर दी गयी हैं। कार्यदायी संस्था ने इसके लिए 997.31 लाख रूपये का आगणन तैयार किया है। जिससे इस मैदान की रौनक को बढ़ाया जा सके।