जांच मे अनियमितताओं की पुष्टि के बाद भी दोषियों पर नहीं हो रही कार्यवाही
परियोजना निदेशक व सहायक अभियंता की जांच मे हुई अनियमितताओं की पुष्टि
जन एक्सप्रेस/संवाददाता
सवाल
आखिर भ्रष्टाचारियों पर कार्यवाही मे देरी क्यों ?
चित्रकूट,मानिकपुर। अनियमितताओं की पुष्टि होने के बाद भी दोषियों पर कार्यवाही न होना कई सवाल खड़े कर रही है। भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्यवाही नहीं होने से उनके हौसले सातवां आसमान छू रहे हैं। योगी आदित्यनाथ की जीरो टॉलरेंस नीति यहां पूरी तरह से फेल दिखाई पड़ रही है। कागज मे तो विकास की गंगा बड़ी तेजी से प्रवाहित हो रही है, लेकिन हकीकत मे तो पैसे निकल जा रहे हैं, बावजूद जमीन पर कार्य ही नहीं हो रहा।
मामला मानिकपुर विकास खण्ड के मनगवां ग्राम पंचायत अंतर्गत छिवलहा से बम्भिया तक डब्ल्यूबीएम से तकरीबन एक किमी मार्ग निर्माण के लिए 13.80 लाख की स्वीकृति मिली थी। जबकि ठेकेदार द्वारा 10 लाख से अधिक की धनराशि आहरित कर ली गई थी,लेकिन मौके पर कोई काम नहीं कराया गया था। जन एक्सप्रेस ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया था। बगैर सड़क निर्माण कार्य के लाखों के भुगतान मामले की जांच मे भ्रष्टाचार की पुष्टि की गई है। जमीन पर काम न होना और पैसा निकल जाना कोई नई बात नहीं है,लेकिन जांच मे भ्रष्टाचार की पुष्टि होने के बाद भी कोई कार्यवाही न होना बड़ा प्रश्न खड़े कर रही है ? भ्रष्टाचार की जांच मे भी भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
परियोजना निदेशक और सहायक अभियंता जिला ग्राम विकास विभाग की जांच मे उक्त कार्य मानकविहीन पाया गया है। पिछले एक वर्ष पहले सौंपी गई आख्या मे स्पष्ट शब्दों मे लिखा है कि कराया गया कार्य अपूर्ण, अनुपयोगी एव मानकविहीन है। जांच मे पाई गई कमियों व अनियमितताओं के संबंध मे खण्ड विकास अधिकारी मानिकपुर को नियमानुसार कार्यवाही के निर्देश दिए थे। एक वर्ष से अधिक का समय बीत जाने के बाद भी आज तक भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं की गई है।