तीन दिन बाद जम्मू से बहाल हुई अमरनाथ यात्रा

जम्मू-कश्मीर राष्ट्रीय राजमार्ग के बंद होने के कारण तीन दिनों तक निलंबित रहने के बाद अमरनाथ यात्रा जम्मू आधार शिविर से फिर से शुरू हो गई। इसे मंगलवार अपराह्न स्थानीय आधार शिविर से फिर से शुरू कर दी गई। लगातार बारिश के कारण कई स्थानों पर क्षतिग्रस्त हुए राजमार्ग को मरम्मत के बाद खोल दिए जाने के बाद तीर्थयात्रियों के एक नए जत्थे को अमरनाथ गुफा मंदिर की आगे की यात्रा के लिए कश्मीर की ओर जाने की अनुमति दी गई है।
फंसे थे यात्री
अमरनाथ यात्री आमतौर पर हर दिन सुबह 3.45 से 4.30 बजे के बीच जम्मू से निकलते हैं। यात्रा स्थगित होने से लगभग 15,000 तीर्थयात्री जम्मू और अन्य स्थानों पर फंस गए थे। अधिकारियों ने कहा कि काजीगुंड में फंसे लोगों को भी जम्मू की ओर जाने की अनुमति दी गई। यात्रा स्थगित होने के कारण, लगभग 8,000 तीर्थयात्री जम्मू, विशेषकर भगवतीनगर आधार शिविर में फंसे हुए थे। इसी तरह, रामबन जिले के चंद्रकोट आधार शिविर में लगभग 6,000 तीर्थयात्री फंसे हुए थे। कठुआ और सांबा शिविरों में लगभग 2,000 तीर्थयात्री फंसे हुए थे। हिमालयी क्षेत्र में स्थित 3,888 मीटर ऊंचे गुफा मंदिर की 62-दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा एक जुलाई को शुरू हुई, जो 31 अगस्त तक चलेगी। जम्मू आधार शिविर से 30 जून तक सात जत्थों में कुल 43,833 तीर्थयात्री गुफा मंदिर के लिए रवाना हो चुके हैं।
दो अमेरिकी पर यात्रा पर
कैलिफोर्निया से दो अमेरिकी नागरिक जम्मू-कश्मीर में अमरनाथ यात्रा पर निकले हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानन्द जब अमरनाथ आये तो उन्हें बहुत ही महत्वपूर्ण अनुभव हुआ। मैं इस कहानी को 40 वर्षों से जानता हूँ। यहाँ आना असंभव और एक सपना जैसा लगता था।