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कोरोना की टेस्टिंग कम, फिर भी लगातार बढ़ रहे नए मामले

जयपुर । राजस्थान में एक बार फिर कोरोना महामारी का संक्रमण अपना जोर दिखा रहा है। राजस्थान में शुक्रवार को कोरोना से संक्रमितों की संख्या राजस्थान में एक दिन में सैकड़ा पार कर 122 तक पहुंच गई है। राजधानी जयपुर में भी एक दिन में पिंक सिटी जयपुर में सर्वाधिक 34 कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं। यह स्थिति तब है जब लोग टेस्टिंग नहीं करा रहे हैं। अगर पूर्व की भांति टेस्टिंग की शुरुआत होती है तो संक्रमितों की संख्या में इजाफा हो सकता है।

स्वास्थ्य विभाग की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में अब कोरोना के 382 सक्रिय मामले हो गए हैं। इनमें से सर्वाधिक 87 कोरोना मरीज राजधानी जयपुर में है। जयपुर के बाद उदयपुर में 48, जोधपुर में 42 राजसमंद में 33 और बीकानेर में 32 कोरोना के सक्रिय मामले हैं। इसके अलावा अजमेर और अलवर में 18, चित्तौड़गढ़ में 16, सिरोही में 15 झालावाड़ में 12 सक्रिय मामले हैं। इन जिलों के अलावा भी कई जिलों में 1 से लेकर 10 तक सक्रिय मामले है। राहत की बात यह है कि राजस्थान के बाड़मेर, बांसवाड़ा, भरतपुर, धौलपुर, डूंगरपुर, जालोर, झुंझुनूं, करौली और प्रतापगढ़ वे जिले हैं, जहां कोरोना का एक भी सक्रिय मामला नहीं है।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ,पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बाद पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा भी कोरोना संक्रमित हो चुके है। तीनों के स्वास्थ्य में शुक्रवार तक सुधार है। राज्य में कोरोना के बढ़ते हुए केसेज को देखते हुए राजस्थान में भी कोविड गाइडलाइन को लेकर सख्ती दिखाने की मांग की जा रही है।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के सचिव डॉ. पृथ्वी का कहना है कि राजस्थान में कोरोना केसेज फिलहाल कम है और विभाग पूरी तरह सर्तकता बरत रहा है। अगर केस बढ़ते है तो गाइडलाइन पर सख्ती करने पर विचार किया जाएगा। कोरोना संक्रमण पर सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक डॉ. अचल शर्मा ने कहा कि एसएमएस अस्पताल में मास्क लगाने के लिए पोस्टर-बैनर लगाकर यहां आने वाले लोगों को जागरूक किया जा रहा है। कोरोना केस बढ़ने पर चिंता जरूरी है, लेकिन लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। कोरोना को लेकर अस्पताल में पूरी तैयारियां है।

स्वास्थ्य विभाग ने बुजुर्गों को प्रीकॉशन डोज लेने की सलाह दी है। विश्व स्वास्थय संगठन की ओर से जारी की नई रिपोर्ट के मुताबिक भारत में कोरोना एक महीने में तेजी से बढ़ा है। 6 मार्च से 2 अप्रैल 2023 के बीच यानी तकरीबन एक महीने में दुनिया भर में 33 लाख नए केस आए और 23 हजार लोगों की मौत हो गई। हालांकि उससे पिछले एक महीने (6 फरवरी से 5 मार्च) की तुलना में कुल मामलों में 28 प्रतिशत की कमी और मौतों के मामले में 30 प्रतिशत की कमी आई है, लेकिन इस कमी के बावजूद 31 प्रतिशत यानी दुनिया के कुल 74 देश ऐसे हैं जहां पिछले एक महीने में मामलों में 20 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है। भारत भी इसमें शामिल है जहां मामले लगातार बढ़ रहे हैं। राहत की बात ये है कि भारत में कोरोना के शिकार हो रहे मरीजों में से बहुत कम को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है। पिछले एक महीने में कोरोना वायरस के कुल 65864 अलग-अलग वैरिएंट मिले हैं। फिलहाल खास नजर एक्सबीबी.1.5 वैरिएंट पर है। इसे वैरिएंट आफ इंटरस्ट माना गया है। दुनिया में फैल रहे कुल कोरोना केस में से 47 फीसदी मामलों के पीछे एक्सबीबी.1.5 ही पाया गया है। ये वैरिएंट 94 देशों में फैला हुआ है।

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