राजस्थान में 17 नवंबर तक घने कोहरे का अलर्ट, 18 से सर्दी तेज होने के आसार
जयपुर । उत्तर भारत में पश्चिमी विक्षाेभ के कारण बारिश और बर्फबारी हो रही है। इसका असर मैदानी राज्यों में नजर आने लगा है। अब सर्दी बढ़ने लगी है। राजस्थान के बीकानेर संभाग के श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में शनिवार सुबह घना कोहरा नजर आया। इससे वीजिबिलिटी काफी कम रही। वाहन चालकों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। मौसम विभाग ने संभाग में कल भी घने कोहरे का अलर्ट जारी किया है। राजधानी जयपुर सहित प्रदेश में मौसम ने अपनी चाल बदल ली है। इस कारण आज सुबह से ही जयपुर सहित प्रदेश के कई जिलों में सर्दी का जोर बढ़ गया है। सर्दी बढ़ने से लोगों ने आज से ही गर्म कपड़ों का प्रयोग भी शुरू कर दिया है।
प्रदेश के पूर्वी जिलों में भी सर्दी का जोर बढ़ रहा है। विंड पैटर्न में आ रहे बदलाव व उत्तरी हवाओं के चलने से सर्दी के तेवर तीखे हो रहे हैं। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी दिनों में सर्दी के तेवर और तीखे होंगे और कड़क व तेज सर्दी का दौर शुरू होगा। प्रदेश में अब सर्दी की रंगत दिखाई देने लगी है। बीती रात शेखावाटी अंचल में पारा लुढ़कने पर लोगों को ठिठुरन महसूस हुई। वहीं सिरोही जिले में बीती रात पारा स्थिर रहा, लेकिन सर्दी के तेवर तीखे रहे। राजधानी जयपुर में बीती रात सीजन की सबसे सर्द रात रही और पारा दो डिग्री से ज्यादा गिरने पर शहरवासियों को अब सर्द मौसम का अहसास होने लगा है। मौसम विभाग ने अगले एक दो दिन में दिन और रात के तापमान में और गिरावट होने व सर्दी का जोर बढ़ने की संभावना जताई है। वहीं सरहदी जिलों श्रीगंगानगर व हनुमानगढ़ में कोहरा छाने से जनजीवन अस्त-व्यस्त नजर आया।
राजधानी जयपुर में बीती रात इस सीजन की सबसे सर्द रात रही। बीती रात पारा 2.8 डिग्री लुढ़क कर 16.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया। शहर में उत्तरी हवा के असर से रात के अलावा दिन के तापमान में भी गिरावट का दौर अब शुरू हो गया है। हालांकि शहर में अब भी अधिकतम तापमान सामान्य से ज्यादा दर्ज हो रहा है लेकिन मौसम विभाग ने अगले दो तीन दिन में दिन व रात में पारा सामान्य या उससे कम रहने की उम्मीद जताई है। प्रदेश में बीती रात मौसम ने पलटा खाया और कई इलाकों में दो तीन डिग्री तक गिरावट होने पर अचानक से सर्दी का जोर बढ़ गया। मौसम विज्ञानियों के अनुसार ला नीना सक्रिय नहीं होने से अब तक मौसम का मिजाज शुष्क रहा लेकिन अब ला नीना सक्रिय होने लगा है। इस बार प्रदेश में सर्दी धीमी गति से आगे बढ़ेगी। जलवायु परिवर्तन की वजह से गर्मी, बरसात और सर्दी अपने अनुमानित समय से एक माह आगे खिसक गए हैं। यानि नवंबर में पड़ने वाली कड़ाके की सर्दी अब दिसंबर से शुरू होने और फरवरी तक सर्दी का सिलसिला चलने की संभावना है। ला नीना प्रशांत महासागर और ऊपर के वायुमंडल के बीच परस्पर क्रिया के कारण होता है। इसका दुनिया भर के मौसम पर प्रभाव पड़ सकता है। इसकी सक्रियता से मध्य और पूर्व- मध्य भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में महासागर की सतह के तापमान में कमी आती है और ठंड का चक्र शुरू होता है।
श्रीगंगानगर में शनिवार को सुबह घना कोहरा रहा। कोहरे के कारण सुबह विजिबिलिटी काफी कम रही। इससे वाहन चालकों को लाइट जलाकर चलना पड़ा। सर्दी से बचने नजर आ रहे हैं। वही सर्दी के कारण अलाव भी जलने लगे हैं। जयपुर, जोधपुर, सीकर समेत कई जिलों में दिन और रात के तापमान में भी गिरावट हुई है। मौसम विशेषज्ञों ने 17-18 नवंबर से टेम्प्रेचर में और ज्यादा गिरावट होने और सर्दी तेज होने की संभावना जताई है। पिछले 24 घंटे के दौरान सबसे अधिक तापमान बाड़मेर, चूरू और जालोर जिले में 33.4 डिग्री सेल्सियस रहा। जयपुर में अधिकतम तापमान 31.1 डिग्री सेल्सियस, अजमेर में 31.6, भीलवाड़ा में 31, जैसलमेर में 32.4, उदयपुर में 30.1, जोधपुर में 33.2 और कोटा में 31.2 डिग्री सेल्सियस मापा गया। सबसे ठंडा दिन कल गंगानगर जिले में रहा, जहां कोहरे और धुंध के चलते सूरज की चमक पूरे दिन कमजोर रही और यहां अधिकतम तापमान 25.5 डिग्री सेल्सियस से ऊपर नहीं गया। हनुमानगढ़ में भी कुछ ऐसा ही मौसम रहा, यहां अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस मापा गया।
राजस्थान में इस समय एक एंटी साइक्लोन सिस्टम बना है। इससे यहां अधिकांश जिलों में सुबह-शाम रात में ठंडी हवाएं चलनी शुरू हो गई। इससे कई जिलों में न्यूनतम तापमान गिरकर 14 से 18 डिग्री सेल्सियस के बीच आ गया है। जयपुर में न्यूनतम तापमान 16.9 डिग्री सेल्सियस, कोटा में 16.6, अजमेर में 15.8, उदयपुर में 14.4, सीकर में 13, पिलानी में 15.6, अलवर में 15.4, भीलवाड़ा में 14.4, चूरू में 15.6 और जालौर में 15 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। हिल स्टेशन माउंट आबू में लगातार दूसरे दिन भी न्यूनतम तापमान 9.2 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख के एरिया में एक स्ट्रांग सिस्टम एक्टिव है, जिसके प्रभाव से इन राज्यों में बारिश के साथ कुछ एरिया में बर्फबारी हो रही है। हिमाचल के भी कुछ हिस्सों में बारिश-बर्फबारी का दौर जारी है। ये सिस्टम 16 नवंबर तक एक्टिव रहेगा। इसके बाद कमजोर होगा और उत्तर भारत से ठंडी हवाएं चलनी शुरू होगी। इससे राजस्थान के साथ दिल्ली, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के हिस्सों में तापमान में बड़ी गिरावट होने की संभावना है और सर्दी तेज हो सकती है।