डीएपी के लिए मारामारी, अब यूरिया के लिए भी लगने लगीं लाइनें
जालौन । सिर पर रबी बुआई का सीजन और उर्वरक की घोर किल्लत से किसान हलकान हैं। न डीएपी मिल रही है और अब तो यूरिया के लिए भी लंबी लंबी लाइनें लग रही हैं। इसके बावजूद खाली हाथ लौट रहे किसानों में व्यवस्था को लेकर भारी गुस्सा है। इधर, बीज के लिए भी गोदाम पर किसानों की भीड़ उमड़ रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक पीसीएफ केंद्र पर डीएपी की गाड़ी आने की सूचना किसानों को लगी तो सोमवार तड़के से ही किसानों की भारी भीड़ पीसीएफ केंद्र पर लग गई और डीएपी खाद के लिए मारामारी शुरू हो गई। केंद्र प्रभारी कमलेश कुमार ने किसानों की भारी भीड़ देखी तो उनके हाथ पांव फूल गए। इस स्थिति में उन्हें पुलिस को बुलाना पड़ा तब कहीं जाकर खाद के लिए किसानों की लंबी लंबी लाइन लगाकर खाद बंटना शुरू कराया गया। किसानों की भीड़ के सापेक्ष डीएपी की कम उपलब्धता की वजह से सैकड़ों किसानों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा।
दिलचस्प यह भी है कि अभी तक डीएपी खाद के लिए ही किसान परेशान हाल भटक रहा है, लेकिन दूसरी ओर अब यूरिया खाद के लिए भी लंबी लंबी लाइनें लगनी शुरू हो गईं हैं। सोमवार को नदीगांव रोड पर कृषक भारतीय सेवा केंद्र पर यूरिया खाद के लिए लंबी लंबी लाइनें लगीं नजर आईं। इधर, बीज गोदाम पर भी बीज के लिए किसानों की भीड़ लगी है। गोदाम पर बिक्री वाली सरसों भी खत्म हो गई है। मिनी किट की मसूर फ्री वितरण के लिए लगभग बीस कुंतल बची है। सरसों 55 रुपया किलो बांटी जा रही है। बीज गोदाम प्रभारी रामप्रकाश सेन ने बताया कि सरसों का बीज खत्म हो गया है, मसूर लगभग 20 कुंतल बची है जो किसानों को वितरित की जा रही है।