चीन को विदेश मंत्री एस जयशंकर का कड़ा संदेश
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को चीन के नवीनतम मानचित्र पर अरुणाचल प्रदेश और अक्साई चिन को अपना क्षेत्र बताने को लेकर बयान दिया है।एनडीटीवी से बात करते हुए जयशंकर ने कहा कि यह उनकी पुरानी आदत है। ये (क्षेत्र) पूरी तरह से भारत का हिस्सा हैं। यह सरकार बहुत स्पष्ट है कि हमारे क्षेत्र क्या हैं। बेतुके दावे करने से दूसरे क्षेत्र आपके नहीं हो जाते। अरुणाचल और अक्साई चिन पर दावा करने के अलावा, जिस पर उसने 1962 के युद्ध में कब्जा कर लिया था, चीन ने नए जारी मानचित्र में ताइवान और दक्षिण चीन सागर पर भी दावा किया है।
बीजिंग दावा करता है कि ताइवान उसकी मुख्य भूमि का हिस्सा है और मुख्य भूमि के साथ इसका एकीकरण चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के संकल्पित उद्देश्य का हिस्सा है। वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रुनेई और ताइवान दक्षिण चीन सागर क्षेत्रों पर प्रतिदावा करते हैं।
चीनी राज्य संचालित ग्लोबल टाइम्स ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर चीन के मानक मानचित्र का 2023 संस्करण आधिकारिक तौर पर सोमवार को जारी किया गया और प्राकृतिक संसाधन मंत्रालय द्वारा होस्ट की गई मानक मानचित्र सेवा की वेबसाइट पर लॉन्च किया गया।
चीन का उकसावे वाला नक्शा जी20 देशों के शिखर सम्मेलन से कुछ दिन पहले आया है, जिसकी मेजबानी 8-10 सितंबर तक भारत द्वारा की जा रही है।