ऐतिहासिक दुर्गापूजा महोत्सव : चाैबीस घंटे शोभायात्रा के बाद गोमती में देवी प्रतिमाओं का हाेगा विसर्जन
सुलतानपुर । उत्तर प्रदेश के सुलतानपुर जिले की ऐतिहासिक दुर्गापूजा महोत्सव में नगर क्षेत्र की लगभग 200 दुर्गा प्रतिमाओं की भव्य शोभायात्रा गुरुवार को देर शाम जिलाधिकारी कृतिका ज्योत्सना व पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मां दुर्गा के विभिन्न रूपों के मनोहारी शोभायात्रा लगभग 24 घंटे तक चलेगी। इसके बाद नगर के गोमती घाट पर विसर्जन प्रारम्भ होगा, जो करीब 12 घंटे तक चलेगा।
नगर में बैंड बाजे के साथ भ्रमण करती है जगह-जगह नगरवासी आरती करते हैं।
नगर के ठठेरी बाजार स्थित महोत्सव की पहली प्रतिमा बड़ी दुर्गामाता के स्थान से जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक के झंडी दिखाने के साथ शाेभायात्रा प्रारम्भ हुई। इस शोभा यात्रा नगर के करीब पांच किलोमीटर के लम्बे रास्ते को पूरा कर शुक्रवार को देर शाम तक पहली प्रतिमा के आदि गंगा गोमती स्थित सीताकुंड घाट पहुंचने की संभावना है। शोभायात्रा के दौरान नगरवासी जगह-जगह पर माँ दुर्गा के विभिन्न स्वरूपाें की भव्य सजी प्रतिमाओं की पूजा-अर्चना कर स्वागत कर रहे हैं। अत्याधुनिक बिजली संयन्त्रों के भव्य प्रकाश के बीच माँ दुर्गे की मनोहारी रूप शांति व समृद्धि का सन्देश दे रही हैं।
शोभायात्रा के दौरान इलाहबाद, मथुरा व दिल्ली से स्वचालित झांकियों व रंगकर्मियों की प्रस्तुति को देखने के लिए जनमानस उमड़ पड़ा है। झांकियों पर कलाकारों के द्वारा रावण वध, शिव तांडव व काली तांडव की प्रस्तुति ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। पूजा समितियों के कार्यकर्ता बैंड व डीजे से देवी गीत की धुनों पर मस्त नृत्य कर रहे हैं। करीब 36 घंटे तक चलने वाली शोभा यात्रा के प्रत्येक प्रतिमा को कतारबद्ध होने के लिए केंद्रीय पूजा समिति के चौक क्षेत्र में नंबर देकर दुर्गा प्रतिमाओं की झलकियों को क्रमबद्ध करने में लगा रहा। माँ भवानी की शोभा यात्रा धूमधाम से विसर्जन स्थल सीता कुण्ड की ओर बढ़ने लगी। विसर्जन स्थल पर माँ को अंतिम विदाई देने पहुंचे श्रद्धालुओं में उल्लास के साथ विदाई के गम से आंखे नम हो गयी।
केंद्रीय पूजा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष ओम प्रकाश पाण्डेय उर्फ बजरंगी ने बताया कि सुलतानपुर जिले में दुर्गा महोत्सव की सात दशक पूर्व की अनूठी परंपरा आज भी कायम है। नवरात्र की सप्तमी तिथि से शुरू होने वाले दुर्गामहोत्सव का समापन शरद पूर्णिमा को होता है। बृहस्पतिवार से विसर्जन शोभयात्रा प्रारम्भ होकर शनिवार तक पहली दुर्गा प्रतिमा के घाट पर पहुंचने की संभावना है, जिसका विसर्जन अगले 12 से 36 घंटे तक होने को उम्मीद हैं। इस महोत्सव में सुलतानपुर के अलावा आसपास के जनपदों के श्रद्धालुओं की भी भारी भीड़ यह शाेभायात्रा देखने काे हर साल आती हैं।