एकनाथ शिंदे में जरा भी नैतिकता होगी तो इस्तीफा देना चाहिए

सुप्रीम कोर्ट ने माना कि वो उद्धव ठाकरे सरकार की बहाली का आदेश नहीं दे सकता क्योंकि उन्होंने फ्लोर टेस्ट का सामना किए बिना इस्तीफा दे दिया था, हालांकि फ्लोर टेस्ट के लिए राज्यपाल का फैसला गलत था और एकनाथ शिंदे समूह का व्हिप नियुक्त करने में स्पीकर गलत थे। अब उद्धव ठाकरे ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर कहा कि तत्कालीन महाराष्ट्र के राज्यपाल बीएस कोश्यारी का फ्लोर टेस्ट का फैसला गलत था और कोर्ट उनकी सरकार को बहाल नहीं कर सकता क्योंकि उन्होंने इस्तीफा दे दिया था और फ्लोर टेस्ट का सामना नहीं किया था।
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर इस मुख्यमंत्री(शिंदे) और उपमुख्यमंत्री(देवेंद्र फडणवीस) में जरा भी नैतिकता होगी तो इस्तीफा देना चाहिए जैसे मैंने इस्तीफा दिया था। इस देश में प्रजातंत्र की रक्षा करना हमारा काम है। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि अगर मैं इस्तीफा नहीं देता तो शायद मैं फिर मुख्यमंत्री बन जाता। मैं मेरे लिए नहीं लड़ रहा, मेरी लड़ाई जनता के लिए, देश के लिए है। राजनीति में मतभेद होते रहते हैं लेकिन हमारा एक मत यह है कि इस देश को बचाना है।
चुनाव आयोग ने घटना के बाहर जाकर निर्णय लिया है और हम अपनी पार्टी का नाम और चिन्ह किसी को नहीं लेने देंगे।