अलोकतांत्रिक तरीके से सरकार चला रही KCR और उनकी पार्टी

भाजपा प्रमुख और सांसद बंदी संजय को कक्षा 10 (एसएससी) के प्रश्नपत्र लीक मामले में जमानत मिलने के बाद शुक्रवार को करीमनगर जिला जेल से बाहर आ गए। रिहा होने के तुरंत बाद संजय को एक स्थानीय मंदिर में पूजा-अर्चना करते देखा गया। बंदी संजय की गिरफ्तारी ने कर्नाटक राज्य की गहमा-गहमी को बढ़ा कर रख दिया है। एक तरफ जहां बीजेपी की तरफ से तेलंगाना सरकार को लगातार निशाने पर लिया जा रहा है। वहीं केसीआर की पार्टी बीजेपी पर पेपर लीक जैसे आरोप भी लगा रही है।
पूरे मामले पर केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बीजेपी के तेलंगाना अध्यक्ष बंदी संजय को झूठे केस में फंसाकर गिरफ्तार किया गया, उन्हें 14 दिन की रिमांड पर भी भेजा गया लेकिन 24 घंटे के अंदर जिस कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की रिमांड पर भेजा था उसी कोर्ट ने उन्हें बेल दे दी। केसीआर और उनकी पार्टी अलोकतांत्रिक तरीके से सरकार चला रही है और जनता के हज़ारों करोड़ लूट रही है।
अदालत ने बंदी को वारंगल में एक मजिस्ट्रेट की अदालत से 20,000 रुपये की ज़मानत की शर्त पर रिहा कर दिया। कोर्ट ने यह शर्त भी रखी कि बंदी संजय कुमार देश छोड़कर न जाएं, जांच में सहयोग करें और गवाहों को धमकाएं नहीं।