मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा- चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने घटाई प्रधानमंत्री पद की गरिमा
नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरे चुनाव प्रचार के दौरान खुद को महिमा मंडित किया, बेरोजगारी एवं महंगाई जैसे जनता के मुद्दों को दरकिनार किया ,आदर्श चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन किया और प्रधानमंत्री पद की गरिमा को हटाया।
श्री खड़गे ने आज यहां पार्टी मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी ने चुनाव प्रचार के दौरान जनता के मुद्दों को पीछे धकेला और सिर्फ विपक्ष पर निशाना साधकर खुद को महिमा मंडित करने का काम किया है। इस चुनाव में मोदी ने पूरी तरह से जनता को गुमराह करने का काम किया है और बेरोजगारी, महंगाई तथा दूसरे जनहित के मुद्दों को नजरअंदाज किया।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का यह कहना आश्चर्य की बात है कि उन्हें राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में ज्यादा जनकारी रिचर्ड एटनबरो की फ़िल्म से मिली है। खड़गे ने कहा,“ मोहनदास करमचंद गांधी को पूरी दुनिया अहिंसा के पुजारी के रूप में जानती हैं और कई देशों में उनकी प्रतिमाएं है लेकिन मोदी कहते हैं कि उन्हें राष्ट्रपिता के बारे में जानकारी इस फ़िल्म से मिली है तो यह बहुत आश्चर्यजनक है और इससे यह भी साफ होता है कि उन्हें संविधान की कोई जानकारी नहीं है।
महात्मा गांधी ने कभी नफरत की राजनीति नहीं की और किसी वर्ग के प्रति उन्हें कभी कोई नफरत नहीं रही लेकिन मोदी जो राजनीति करते हैं उसमें नफरत रहती ही है। विवेकानंद स्मारक जाने या इस तरह के काम से जानकारी नहीं मिलती है, इसके लिए पढ़ना लिखना भी पड़ता है इसलिए मोदी को राष्ट्रपिता की जीवनी जरूर पढ़नी चाहिए।”
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि आज शाम चुनाव प्रचार समाप्त हो जाएगा। कांग्रेस हमेशा जनता के मुद्दों पर सोचती है और उनके समाधान के लिए काम भी करती है। मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कांग्रेस गरीबों के लिए कई योजनाएं लाई और उन्हें क्रियान्वित भी किया। किसानों की समस्या, महंगाई और जनता से जुड़े दूसरे मुद्दों को जनता के बीच में चुनाव के दौरान उठाया और जनता ने उनका खुलकर समर्थन भी किया है।
इसके लिए कांग्रेस के नेताओं,कार्यकर्ताओं और इंडिया समूह के नेताओं ने जिस तरह से मुद्दों को उठाया है इसलिए उन्हें बधाई। उन्होंने कहा कि मोदी ने पिछली 15 दिन के दौरान कांग्रेस तथा अन्य विपक्षी दलों को बेहिसाब गालियां दी है। इस 25 दिनों के भाषण में उन्होंने 232 बार कांग्रेस का नाम लिया और खुद 700 से ज्यादा बार मोदी शब्द का इस्तेमाल किया, 421 बार मंदिर मस्जिद के बारे में बात की, 224 बार मुस्लिम और पाकिस्तान के बारे में बात की, 573 बार इंडिया समूह और विपक्षी दलों के बारे में बातें की लेकिन महंगाई तथा बेरोजगारी और जनता से जुड़े मुद्दे नहीं उठाए।
चुनाव से पहले कांग्रेस के खाते बंद कर दिए। जो पैसा पार्टी को चंदा से मिला था उस अकाउंट को बंद कर दिया ताकि कांग्रेस लोकसभा चुनाव में इस पैसे का इस्तेमाल न कर सके। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा ,“मोदी सरकार ने संसद में भी मनमानी की है और विपक्षी दलों को बोलने नहीं दिया है। कांग्रेस के सांसदों को निलंबित किया है, बिना बहस के विधेयक पारित करवाए और लोकतांत्रिक प्रक्रिया को पूरी तरह से ध्वस्त करके तानाशाही का परिचय दिया है।