“हर घर तक शुद्ध पेयजल पहुंचाना प्राथमिकता” – डीएम सविन बंसल
कंट्रोल रूम को मिलीं 192 शिकायतें, 182 का त्वरित निस्तारण; लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई

जन एक्सप्रेस/देहरादून: मुख्यमंत्री के सुशासन संकल्प के तहत देहरादून जिला प्रशासन पेयजल आपूर्ति संबंधी समस्याओं के समाधान के लिए युद्धस्तर पर कार्य कर रहा है। जिलाधिकारी सविन बंसल ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि “शुद्ध पेयजल की आपूर्ति में कोई भी लापरवाही नहीं चलेगी, जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई।”
डीएम ने बरसात के मौसम में भी हर घर तक शुद्ध पेयजल की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। “जनता की समस्या, प्रशासन की जिम्मेदारी है,” कहते हुए उन्होंने पेयजल आपूर्ति में बाधा उत्पन्न करने वाले कारणों की पहचान कर त्वरित समाधान के निर्देश दिए।
07 विभागों के अधिकारी 24×7 कंट्रोल रूम में तैनात
20 अप्रैल से जिला कंट्रोल रूम में जल संस्थान, जल निगम समेत सात विभागों के अधिकारी चौबीसों घंटे तैनात हैं। 14 अप्रैल से 17 जून तक कंट्रोल रूम को पेयजल से संबंधित 192 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 182 का समाधान कर लिया गया है।
“इधर शिकायत, उधर समाधान” प्रशासन की नई कार्यसंस्कृति
डीएम के निर्देश पर प्रत्येक शिकायत का उसी दिन समाधान सुनिश्चित किया जा रहा है। जल स्रोतों और टैंकों का नियमित क्लोरीनेशन और जल गुणवत्ता की जांच अनिवार्य कर दी गई है।
प्रमुख क्षेत्रों में पेयजल संकट का समाधान
राजीव नगर डांडा-1: जर्जर एसी पाइप लाइन को नई एमएसईआरडब्लू पाइप से बदलने का प्रस्ताव स्वीकृति हेतु भेजा गया।
शिखर फाल, जाखन, मालसी: बरसात से मलबा आने के कारण बाधित सप्लाई को 24 जून को बहाल किया गया।
डीएल रोड: खराब मोटर के चलते पेयजल आपूर्ति बाधित, मोटर बदलकर सप्लाई शुरू।
आरकेडिया श्यामपुर: पाइप लाइन लीकेज की समस्या का मरम्मत कर समाधान।
हरचावाला: बसावट बढ़ने से समस्या, नई 5 मिमी व्यास की पाइप लाइन का कार्य प्रगति पर।
अमित विहार: निजी सर्विस लाइन में लीकेज पाया गया, मौके पर निरीक्षण कर उपभोक्ता को समाधान सुझाया गया।
डीएम की दो टूक: “पेयजल संकट बर्दाश्त नहीं”
जिलाधिकारी ने एडीएम की अध्यक्षता में एक विशेष पेयजल निगरानी समिति गठित की है। ट्यूबवेल और नलकूपों पर निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं।
जनता के लिए हेल्पलाइन और टोल फ्री नंबर सक्रिय
टोल फ्री नंबर: 0135-2726066 / 1077
सभी संबंधित विभागों में पेयजल शिकायत निवारण हेतु अलग-अलग नंबरों का प्रचार-प्रसार भी किया गया है।