बुन्देलखंड में गुजरात की तिल की फसल से किसानों की बदलेगी तकदीर

हमीरपुर । बुन्देलखंड में इस बार गुजरात की तिल की खेती कराए जाने के लिए कृषि विभाग ने बड़ी तैयारी की है। इसके लिए शासन ने तिल की खेती के लिए लक्ष्य भी दे दिए हैं। बुन्देलखंड के चित्रकूट धाम मंडल के चारों जिलों में अबकी बार एक लाख से अधिक हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल की खेती होगी।
बुन्देलखंड के हमीरपुर, महोबा, चित्रकूट और बांदा समेत अन्य इलाकों में किसान खरीफ की बुआई में तिल की खेती बड़े क्षेत्रफल में करते हैं। पिछले साल खरीफ के मौसम में हमीरपुर जिले में 43451 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल की खेती की गई थी, जबकि महोबा में 40192 हेक्टेयर, बांदा में 12825 हेक्टेयर व चित्रकूट जिले में 1618 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल की बुआई हुई थी। चारों जिलों में शासन ने 102084 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल की खेती कराने के लिए लक्ष्य दिया था, लेकिन 98086 हेक्टेयर क्षेत्रफल में ही तिल की बुआई हो सकी थी। वर्ष 2021 में भी बुन्देलखंड के हमीरपुर, महोबा समेत चारों जिलों में 77378 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल की खेती किसानों ने की थी।
कृषि विभाग के मुताबिक पिछले साल बेमौसम बारिश के कारण तिल की फसल को बड़ा नुकसान पहुंचा था। इसके बावजूद किसानों में तिल की खेती के लिए बड़ा उत्साह देखा जा रहा है। पिछले कई सालों से यहां के किसान तिल की खेती से मोटा मुनाफा भी ले रहे हैं। इसीलिए हर साल इसकी खेती का दायरा बढ़ रहा है। लेकिन इस बार हजारों किसान मार्केट में तिल के बीज लेने को विवश है। कृषि विभाग के उपनिदेशक हरीशंकर भार्गव ने बताया कि पिछले बार तिल के बीज खराब हो गए थे, जिसके कारण कहीं भी बीज का आवंटन नहीं हो सका।
अब किसानों ने तिल की खेती का बढ़ाया दायरा
कृषि विभाग के उपनिदेशक हरीशंकर भार्गव ने बताया कि इस बार गुजरात समेत अन्य राज्यों की तिल की खेती कराए जाने के लिए शासन ने टारगेट दिए है। हमीरपुर में 43500 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल की बुआई होगी, वहीं महोबा में 38684, बांदा में 21158 व चित्रकूट में 1457 हेक्टेयर क्षेत्रफल में तिल की बुआई कराने के लिए शासन से टारगेट आए हैं।