रायसिंहनगर पालिका चेयरमैन मनीष कौशल निलंबित
श्रीगंगानगर । स्वायत्त शासन विभाग राजस्थान ने एक आदेश जारी कर भ्रष्टाचार सहित अन्य आरोपों के चलते रायसिंहनगर नगर पालिका के चेयरमैन मनीष कौशल को पद से निलंबित कर दिया है। मनीष कौशल रायसिंहनगर के वार्ड नंबर 28 से आम चुनाव-2020 में भाजपा की टिकट पर पार्षद बने और बोर्ड में चेयरमैन निर्वाचित हुए थे।
इस संबंध में नगर पालिका के उपाध्यक्ष हरीश कुमार डाबी ने राज्य सरकार की जन कल्याणकारी योजनाओं को विफल करने का प्रयास करने व अप्रत्यक्ष रूप से स्वयं की भागीदारी वाली वाली फर्मों को निर्माण कार्यों का ठेका देने, विज्ञापन, हॉर्डिंग्स व बैनर का ठेका देने में अनियमितता कर राजकोष को नुकसान पहुंचाने और भ्रष्टाचार करने के आरोप लगाते हुए विभाग को शिकायत की थी।
शिकायत के अनुसार प्रशासन गांवों के संग अभियान-2021 में जितनी भी खांजा भूमि आवंटित की गई, वह खांजा भूमि न होकर सड़क का हिस्सा है। इसके अलावा भू-माफिया से मिलकर अवैध कॉलोनियां काटकर राजकोष को भारी नुकसान पहुंचाने की शिकायत की गई।
विभाग ने शिकायत की जांच स्थानीय निकाय विभाग बीकानेर के क्षेत्रीय उप निदेशक से करवाई, जिसमें आरोपों को सही माना गया। इस पर जांच अधिकारी क्षेत्रीय उप निदेशक ने मनीष कौशल के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने की अनुशंषा की।
इस पर स्वायत्त शासन विभाग जयपुर ने 27 अप्रेल को चेयरमैन कौशल को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा। स्पष्टीकरण पर असहमति जताते हुए राज्य सरकार ने इन्हें पद से निलंबित कर दिया। आरोपों से संबंधित प्रकरणों की सरकार की ओर से न्यायिक जांच भी करवाई जाएगी।
चेयरमैन कौशल के निलंबित होने के बाद इनके विरोधी गुट ने जयपुर में डेरा डाल रखा है। उन्होंने चेयरमैन का चार्ज अपने पक्ष के पार्षद को दिलवाने के लिए भागदौड़ शुरू कर दी है। जानकारी के अनुसार 35 सदस्यीय पालिका बोर्ड में भाजपा के 14, कांग्रेस के 03, सीपीएम का 01 निर्दलीय 15 और 02 भाजपा समर्थित निर्दलीय पार्षद जीते थे।