सत्यपाल मलिक को हिरासत में नहीं लिया गया है
दिल्ली पुलिस ने शनिवार दोपहर स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक को न तो हिरासत में लिया गया है और न ही गिरफ्तार किया गया है। कई किसान नेताओं ने दावा किया था कि मलिक को दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार किया था। यह दावे तब किए गए है जब सीबीआई ने उन्हें बीमा घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया है। इसको लेकर दिल्ली पुलिस की ओर से एक ट्वीट किया गया। दिल्ली पुलिस ने लिखा कि पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक की हिरासत के संबंध में सोशल मीडिया हैंडल पर झूठी सूचना फैलाई जा रही है। पुलिस ने बताया कि वह खुद थाने पहुंचे हैं। आर के पुरम अपने समर्थकों के साथ। उसे सूचित किया गया है कि वह अपनी मर्जी से जाने के लिए स्वतंत्र है।
शनिवार को आरके पुरम में सत्यपाल मलिक के समर्थन में एक खाप पंचायत का आयोजन किया गया था, लेकिन पुलिस ने इसे रद्द कर दिया क्योंकि कार्यक्रम की अनुमति नहीं थी। भारतीय किसान यूनियन के कुछ नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया और इसके बाद सत्यपाल मलिक आरके पुरम थाने पहुंचे थे। बीकेयू के गुरनाम सिंह चरूनी ने एक वीडियो जारी कर मलिक को गिरफ्तार करने का दावा किया। उन्होंने कहा कि कल, मैंने अपनी आशंका व्यक्त की कि सत्यपाल मलिक को उनके बयानों और किसानों के समर्थन के लिए कार्रवाई की जा सकती है। तब मुझे पता चला कि उन्हें सीबीआई ने तलब किया है।
जम्मू कश्मीर में कथित बीमा घोटाले के सिलसिले में कुछ सवालों के जवाब मांगे हैं। सात महीने में यह दूसरी बार है जब विभिन्न राज्यों के राज्यपाल रह चुके मलिक से संघीय एजेंसी पूछताछ करेगी। बिहार, जम्मू कश्मीर, गोवा और अंत में मेघालय में राज्यपाल की जिम्मेदारी पूरी करने के बाद पिछले साल अक्टूबर में मलिक से सीबीआई अधिकारियों ने पूछताछ की थी।