27 लाख के घोटाले की आंच, कब होगी इस घोटाले की जांच?
जन एक्सप्रेस संवाददाता
बिल्हौर। पंचायत राज की परिकल्पना के समय विद्वत जनों की आकांक्षा नेक व विकास परक थी उनका मानना था कि पंचायत मजबूत होगी तो देश मजबूत होगा! शुरुआती दौर में यह परिकल्पना सार्थक होती भी दिखी ऐसे ग्राम प्रधानों की संख्या बहुतायत में थी जिन्होंने अपने कार्यो के दम पर दो या तीन दसक तक ग्राम सभाओं की मजबूती व विकास की ओर अग्रसर करने का कार्य किया परंतु वर्तमान में केंद्र की मोदी सरकार ने ग्राम पंचायतों को मजबूत करने हेतु दोनों हाथों से धन दिया करोड़ो रूपये के फंड ग्राम सभाओं को दिये गये परंतु भ्रस्टाचार के दीमक ने यहाँ सबसे अधिक नुकसान किया जो धन जनता के लिये दिया गया था उसमें जमकर बंदर बाट हुआ। असली खेल तब हो गया जब शासन ने 25 दिसंबर 2020 से ग्राम प्रधान का कार्यकाल खत्म करने की घोसड़ा कर दी मानो भ्रष्टाचार का दीमक जाग उठा पूरे जिले की लगभग ग्राम पंचायतों में लाखों रुपये फर्जी काम दिखाकर निकाल लिये गये हालांकि जिला प्रशासन ने इसके लिये जिले की टॉप टेन ग्राम पंचायतों पर जांच का एलान भी किया जिन्होंने 10 लाख से अधिक रुपये की निकासी की थी ऐसी ही एक ग्राम सभा थी बिल्हौर की पूरा ग्राम सभा जिसने टॉप टेन सूची में स्थान प्राप्त कर बिल्हौर क्षेत्र का नाम रोशन किया यहाँ आखरी के 25 दिनों में आनन फानन में 27 लाख रुपये की निकासी कर दी गई हालांकि शासन की जांच रिपोर्ट कितने वर्ष बाद आयेगी ये प्रशासनिक आंकड़ेबाजी का खेल है जिसके चलते जन एक्सप्रेस संवाददाता ने इस ग्राम सभा की खाक छानी जिसमें एक भी काम ऐसा नहीं मिला जो तीन से चार महीने पूर्व हुवा हो इसके बावजूद 27 लाख रुपये की निकासी किन कार्यो हेतु की गई यह यक्ष प्रश्नन बना हुवा है इस गुत्थी को सुलझाने हेतु एक समाजसेवी द्वारा खंड विकास कार्यालय में आर टी आई डाली गई जिसके जवाब का इंतजार आज भी है वहीं निवर्तमान ग्राम प्रधान से इस बाबत संपर्क नहीं हो सका ग्रामीणों से बात करने पर विगत 7 महीने से हुवे पंचायत में किसी भी काम की उन्हें जानकारी नही थी आखिरी समय तक विकास के लिये चिंतित निवर्तमान ग्राम प्रधान जी की ग्राम सभा की नालियां चोक और रास्ते खस्ताहाल दिखाई दिये।