इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता, बृजभूषण सिंह
केंद्र सरकार के विरोध में पहलवान अपने मेडल गंगा में विसर्जित करने मंगलवार को हरिद्वार पहुंचे। बाद में किसान नेताओं द्वारा इस मुद्दे को हल करने के लिए उनसे पांच दिनों का समय मांगे जाने के बाद योजना को टाल दिया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, ‘अगर खिलाड़ी अपने पदक विसर्जित करना चाहते हैं तो हम क्या कर सकते हैं?’ यौन उत्पीड़न के आरोप झेल रहे बृजभूषण सिंह ने कहा कि पहलवान गंगा जी में अपने मेडल विसर्जित करने गए थे। लेकिन उन्होंने गंगा जी की जगह अपना मेडल (राकेश) टिकैत को दे दिया। यही उनका स्टैंड है।
साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट सहित कई शीर्ष पहलवानों ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया (WFI) के प्रमुख बृज भूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए जाने के बाद उनका विरोध किया है। वे उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने कहा कि अब इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता। अब मेरा कार्यकाल पूरा हो गया है और चुनाव होगा। उन्होंने कहा कि उन्हें जांच करने दें और देखें कि भविष्य में क्या होता है। अब हमारे हाथ में कुछ नहीं है। सब कुछ दिल्ली पुलिस पर छोड़ दिया गया है।
अप्रैल से धरना दे रहे पहलवानों के बारे में बात करते हुए बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “ये लोग ऐसा क्यों कर रहे हैं, इस सवाल का जवाब तो वही दे सकते हैं। एक निरीक्षण समिति का गठन किया गया था, उनके अनुरोध पर एक प्राथमिकी की गई थी और अब जांच चल रही है।