तृणमूल की नाराजगी पुलिस पर निकल रही

कोलकाता । पूर्व मेदिनीपुर के एगरा के एक पटाखा कारखाने में हुए ब्लास्ट को लेकर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष में सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल पर तीखा हमला बोला है। बुधवार सुबह वह दमदम हवाई अड्डे से दिल्ली के लिए उड़ान भरे हैं। यहां मीडिया से मुखातिब दिलीप घोष ने कहा कि पश्चिम बंगाल में ऐसी घटनाएं आम बात हैं। सात-आठ जगहों पर तो मैं खुद ही विगत कई वर्षों के दौरान गया हूं। कुछ सालों पहले पिंगला में भी ऐसे ही घटना हुई थी जहां ब्लास्ट में पटाखा कारखाने की छत उड़ गई थी और लोगों के शव टुकड़ों में बंट कर इधर-उधर छिटके पड़े थे। एगरा में भी यही हुआ है। वहां 22 लोग काम करते थे। कितने लोग मरे कितने घायल हैं इस बारे में प्रशासन कुछ नहीं बता रहा। कई लोग तो दावा कर रहे हैं कि वहां मौत का आंकड़ा छुपाने के लिए शव को तालाब में फेंका गया है। लोग कह रहे हैं कि जैसे युद्ध में भारी बम गिरने की आवाज आती है वैसी ही आवाज आई थी। कारखाने का मालिक जो कुछ दिन पहले गिरफ्तार हुआ था उसे पुलिस ने छोड़ दिया था और वह फिर से वही धंधा कर रहा था।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए दिलीप घोष ने कहा कि ममता कहती हैं कि वहां भाजपा का पंचायत पर कब्जा है लेकिन हमारा कब्जा तो दो महीने से है। अब वहां निर्दलीय पंचायत प्रधान है। उसके पहले तो तृणमूल का था और उन्हीं के राज में अवैध पटाखा कारखाने का कारोबार फलता-फूलता रहा। पुलिस संरक्षण देकर रुपये की वसूली करती रही और ऐसे कारखानों को चलाती रही। हकीकत है कि ममता बनर्जी के शासन में ऐसे आपराधिक वारदातों को संरक्षण मिल रहा है। इसलिए लोगों की नाराजगी उन पर है और सत्तारूढ़ पार्टी पर ही नाराजगी का परिणाम है कि लोग पुलिस पर गुस्सा उतार रहे हैं। बार-बार पुलिस इस तरह से लापरवाह क्यों हो रही है? शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं होती और बाद में ऐसी दुर्घटनाओं में लोगों की मौत होती है। इसीलिए लोगों का गुस्सा निकल रहा है