जंगल से सटे गांव के बेटे को महामहिम के हाथों मिला स्वर्ण पदक
एमबीबीएस के पाठ्यक्रम में हासिल की उल्लेखनीय उपलब्धि, गांव में हर्ष की लहर
बहराइच। जिला के कतर्नियाघाट जंगल से सटे जमुनिहा कारीकोट गांव निवासी किसान के बेटे को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दो गोल्ड मेडल प्रदान किया है। एमबीबीएस 2020 बैच के छात्र हरमन सिंह के दो गोल्ड मेडल पाने पर गांव में बधाई देने वालों का तांता लगा है। लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में पहले दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के हाथों गोल्ड मैडल से पुत्र के सम्मानित होने पर माता-पिता भी काफी खुश हैं।
जिला मुख्यालय से 100 किलोमीटर दूर सीमावर्ती व कतर्नियाघाट जंगल क्षेत्र के जंगल से सटे गांव जमुनिहा कारीकोट निवासी किसान कुलवीर सिंह के बेटे हरमन सिंह को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान लखनऊ के प्रथम दीक्षांत समारोह के अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल द्वारा दो स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।
द्वितीय वर्ष मे विश्वविद्यालय टॉप करने के लिए एक स्वर्ण पदक और फार्माकोलॉजी में उच्चतम अंक प्राप्त करने के लिए दूसरा स्वर्ण पदक हरमन सिंह को मिला है। उन्हें पिछले वर्ष भी राज्यपाल से प्रथम वर्ष में एक स्वर्ण पदक मिला था।
दीक्षांत समारोह में उनके पिता कुलवीर सिंह और माता रूपेंद्र कौर उपस्थित रही। अपने बेटे को राजपाल के द्वारा स्वर्ण पदक से सम्मानित होता देख वह काफी खुश थे।
एमबीबीएस 2020 बैच के छात्र व दो गोल्ड जीतने वाले हरमन सिंह ने फोन पर बताया कि हमारे क्षेत्र के 50 किलोमीटर के परिक्षेत्र में कोई अच्छा डॉक्टर नही है। बीमार होने पर लोगो को इलाज के लिए जद्दोजहद करनी पड़ती हैं। यही देखकर डॉक्टर बनने की इच्छा जागृत हुई। माता पिता के सहयोग से यह मुकाम हासिल हुआ है।
हरमन सिंह ने बताया कि निरंतरता और कड़ी मेहनत सफलता की कुंजी है। जो लोग हर मुश्किल से लड़ते है उन्हें योद्धा कहा जाता है।